महबूबा मुफ्ती सरकार से अपना समर्थन वापस लेने के बाद बीजेपी ने बुधवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर 23 जून को जम्मू-कश्मीर में श्यामा प्रसाद मुखर्जी का बलिदान दिवस मनाने की बात कही.
जम्मू-कश्मीर बीजेपी के अध्यक्ष रविंद्र रैना ने कहा कि इस दिन एक बड़ी रैली का आयोजन किया जाएगा जिसे पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह भी संबोधित करेंगे.
जम्मू-कश्मीर के बदले राजनीतिक परिदृश्य में बीजेपी की यह घोषणा काफी मायने रखती है.
नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष उमर अब्दुल्ला के बीजेपी पर अपनी पार्टी में तोड़-फोड़ की साजिश रचने के आरोपों को रैना ने गलत बताया. उन्होंने नाम लिए बिना कहा कि बीजेपी खरीद-फरोख्त (हॉर्स ट्रेडिंग) नहीं करती. जो लोग ऐसा आरोप लगा रहे हैं हकीकत में वो खुद इसमें शामिल हैं.
बुधवार को राज्य के पूर्व उपमुख्यमंत्री कवींद्र गुप्ता ने कहा था कि, 'मैं नहीं समझता कि राज्य में जल्दी ही कोई नई सरकार का गठन हो सकेगा. कई तरह की अनिश्चितताएं हैं, मगर हम इस पर काम कर रहे हैं और जनता को जल्दी ही इसके बारे में पता लगेगा.'
इस पर प्रतिक्रिया देते हुए उमर अब्दुल्ला ने बीजेपी पर उनकी पार्टी समेत अन्य में तोड़-फोड़ की साजिश रचने का आरोप लगाया था.