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मोदी का सांसदों को गुरु मंत्र: जन-जन तक पहुंचाएं बजट के फायदे, इसी में BJP का कल्याण

पीएम ने सांसदों से साफ-साफ कहा है कि यह बजट किसानों और मध्यम वर्ग का बजट है. ऐसे में इसके बारे में आप लोगों का जाकर बताएं

Amitesh

बजट सत्र के पहले चरण के अंतिम दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने सांसदों को कई टिप्स दिए. फिलिस्तीन समेत तीन देशों की यात्रा पर रवाना होने से पहले सुबह-सुबह पीएम मोदी ने पार्टी के सभी सांसदों को लगभग एक महीने के अवकाश के लिए कुछ जरूरी टास्क दिए.

इसे टिप्स कहें या टास्क या फिर मोदी का गुरु-मंत्र, इसकी चर्चा इसलिए जरूरी है क्योंकि इसमें अगले लोकसभा चुनाव से पहले की तैयारियों की झलक भी मिल रही है.


स्कीम लागू कराने पर सरकार का जोर

प्रधानमंत्री मोदी ने पार्टी के सभी सांसदों को निर्देश दिया कि इस बार के बजट का खूब प्रचार-प्रसार किया जाए. दरअसल, इस बार के बजट में गांव, गरीब और किसान पर काफी फोकस किया गया है. बजट में किसानों को दिए जाने वाले एमएसपी को लागत के डेढ़ गुना किए जाने का मसला काफी बड़ा है. इसके अलावा गरीबों के लिए हेल्थ इंश्योरेंस की व्यवस्था एक क्रांतिकारी कदम है.

अगर बीजेपी बजट में किसानों के लिए की गई व्यवस्था और 10 करोड़ गरीब परिवारों को पांच लाख रुपए तक के हेल्थ इंश्योरेंस मुद्दे का जन-जन तक प्रचार कर पाती है तो सरकार के पक्ष में बेहतर माहौल बनाया जा सकता है. इस स्कीम का अगले लोकसभा चुनाव से पहले लागू कर दिया जाए तो फिर क्या कहने.

क्या बजट से सधेगी चुनावी राह?

इस बात को प्रधानमंत्री मोदी बखूबी समझते हैं तभी तो अपने सांसदों को बार-बार नसीहत दे रहे हैं कि बजट की बारीकियों को जन-जन तक पहुंचाएं. उन्होंने सांसदों से साफ-साफ कहा है कि यह बजट किसानों और मध्यम वर्ग का बजट है. ऐसे में इसके बारे में आप लोगों का जाकर बताएं.

उधर विपक्ष ने बजट को मध्यम वर्ग विरोधी बजट बताने की कोशिश शुरू कर दी है. लिहाजा मोदी ने इस भ्रम को दूर करने के लिए भी सांसदों से डोर-टू-डोर जाकर लोगों को इस बारे में बताने की नसीहत दी है.

नुक्कड़ नाटक का सहारा लेगी बीजेपी

संसदीय दल की बैठक में प्रधानमंत्री का कहना था कि सांसदों को अपने-अपने संसदीय क्षेत्र में नुक्कड़ नाटकों का आयोजन कराकर भी बजट और उसके फायदे के बारे में बताने की जरूरत है. दूसरी तरफ, सांसदों को टिफिन मीटिंग के जरिए भी जनता के बीच जाकर बजट में ग्रामीण क्षेत्र के लोगों के लिए किए गए प्रावधान को बताने पर उन्होंने ज्यादा जोर दिया.

दरअसल, इस बार का बजट पूरी तरह से चुनावी बजट है. भले ही चुनाव में अभी एक साल का वक्त हो लेकिन, अभी से ही चुनाव का माहौल बनने लगा है. माहौल सरकार भी बना रही है और विपक्ष भी. दोनों की तरफ से एक-दूसरे पर दबाव बनाने की कोशिश हो रही है. इसी कोशिश में विपक्ष की हवा निकालने के लिए मोदी ने अपने सांसदों को चौकस रहने और सरकार के काम का प्रचार करने को कहा है.

राफेल डील पर राहुल के सवाल को किया खारिज

बीजेपी संसदीय दल की बैठक में प्रधानमंत्री के साथ-साथ पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने भी सभी सांसदों को संबोधित किया. अमित शाह ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की सोच को अलोकतांत्रिक बताते हुए उनपर हमला बोला. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की तरफ से राफेल डील के मुद्दे पर उठाए जा रहे सवाल पर बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह का कहना है कि जब इस मुद्दे पर सब पहले बोल चुके हैं तो इस वक्त इस मुद्दे को उठाने का क्या मतलब.

पार्टी संसदीय दल की बैठक के बाद संसदीय कार्य मंत्री अनंत कुमार ने बताया कि लोकसभा में प्रधानमंत्री मोदी के धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा का जवाब देते वक्त कांग्रेसी सांसदों के हंगामे पर भी संसदीय दल ने घोर आपत्ति जताई.

लगभग एक महीने के अवकाश के बाद बजट सत्र का दूसरा चरण 5 मार्च से 6 अप्रैल तक चलने वाला है.