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बीजेपी की चिंता: पीएम मोदी की योजनाओं को जमीन पर कैसे उतारा जाए?

इस साल के आखिर में गुजरात में चुनाव और अगले साल मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में विधानसभा के चुनाव होने हैं.

Amitesh

तालकटोरा स्टेडियम में राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के बाद अब बीजेपी पूरी तरह से चुनाव की तैयारियों में लग गई है. 2019 के मुकाबले में अब महज डेढ़ साल का वक्त बचा है, ऐसे में पार्टी अपनी तरफ से किसी तरह की कमी नहीं होने देना चाहती.

इस वक्त देश के आधे से ज्यादा राज्यों में बीजेपी या गठबंधन की सरकार है. ऐसे में बीजेपी आलाकमान को इस बात का एहसास है कि लोकसभा चुनाव के वक्त दोहरा हिसाब देना होगा. यही वजह है कि पार्टी की तरफ से अपने प्रदेश की सरकारों को भी नसीहत दी जा रही है.


यह नसीहत है केंद्र की योजनाओं को ठीक से लागू करने की. प्रदेश की अपनी सरकार की योजनाओं को भी जमीन पर उतारने की नसीहत दी जा रही है जिससे जरुरतमंदों तक उसका फायदा पहुंच सके.

सीएम और डिप्टी सीएम को दिए गए निर्देश

बीजेपी सूत्रों के मुताबिक, राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के बाद बीजेपी शासित राज्यों के सभी मुख्यमंत्रियों और उप-मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक के दौरान पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने सभी राज्यों में बेहतर शासन के साथ-साथ मोदी सरकार की योजनाओं ठीक तरीके से लागू करने पर जोर दिया.

पार्टी की तरफ से सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों को साफ निर्देश दिया गया है कि मोदी सरकार की सभी योजनाओं को ठीक से जमीन पर उतारा जाए. इनमें उज्ज्वला योजना से लेकर हाल ही में घोषित सौभाग्य योजना का भी जिक्र है.

हर घर में बिजली और हर घर में गैस कनेक्शन देकर सरकार गरीबों का दिल जीतने की कोशिश में है. सरकार को लगता है कि बीजेपी शासित राज्यों में अगर इसे ठीक से लागू कर दिया गया तो फिर अगले लोकसभा चुनाव से पहले इसे बहुत बड़ी उपलब्धि के तौर पर देखा जाएगा.

कोई कमी नहीं छोड़ना चाहता आलाकमान

बीजेपी आलाकमान चाहता है कि बीजेपी शासित सभी राज्यों में समान रूप से केंद्र की योजनाएं लागू की जाएं, कहीं किसी तरह की कोई कमी नहीं दिखे. इनमें किसानों के लिए शुरू की गई कई योजनाएं शामिल हैं. इससे दूसरे दलों पर सवाल खड़ा किया जा सकता है जिन्होंने अपने राज्यों में केंद्र की योजनाओं को ठीक से लागू नहीं किया है.

बीजेपी सूत्रों के मुताबिक, पार्टी अध्यक्ष के साथ बैठक के दौरान बीजेपी शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों को एक-दूसरे से सीख लेने को भी कहा गया. जिन राज्यों में कोई बेहतर योजना चल रही है, उस योजना का अनुसरण दूसरे राज्यों में भी करने को कहा गया.

बिहार पर है खास ध्यान

बिहार में अभी हाल ही में जेडीयू के साथ बीजेपी का गठबंधन हुआ है. सूत्रों के मुताबिक, बीजेपी आलाकमान चाहता है कि बीजेपी बिहार में नीतीश कुमार की बी टीम बनकर ना रह जाए. लिहाजा बैठक में मौजूद बिहार के डिप्टी सीएम को भी बिहार में मोदी सरकार की योजनाओं को ठीक से लागू करने के निर्देश दिए गए हैं. बीजेपी की कोशिश है कि बिहार में ऐसा लगे कि जेडीयू के साथ बीजेपी की भी सरकार है.

हालांकि पहले भी बीजेपी शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों की इस तरह की बैठक होती रही है, जिसमें इन बातों का जिक्र किया गया है. लेकिन इस बार बैठक का महत्व काफी बढ़ गया है क्योंकि इस साल के आखिर में गुजरात में चुनाव होने हैं. अगले साल की आखिर में मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में विधानसभा के चुनाव होने हैं जहां बीजेपी की सरकारें हैं. इसके जल्द बाद मई 2019 में आम चुनाव का बिगुल भी बज जाएगा जहां जनता के दरबार में पाई-पाई का हिसाब देना होगा. यही वजह है कि योजनाओं पर अमल को लेकर बीजेपी इतनी सक्रिय दिखने लगी है.