view all

BJP राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक : कांग्रेस के 48 साल बनाम मोदी सरकार के 48 महीने पर लड़ेंगे 2019 चुनाव

पार्टी से जुड़े सूत्रों के अनुसार पीएम मोदी अपने संबोधन में एससी-एसटी ऐक्ट में संशोधन के बाद सवर्णों की नाराजगी और विपक्षी पार्टियों के उठाए सवालों का भी जवाब दे सकते हैं

FP Staff

बीजेपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के अंतिम दिन यानी रविवार को पार्टी नेताओं का फोकस 2019 के चुनावों पर रहा. कार्यकारिणी के आखिरी दिन सबसे अंत में पीएम मोदी ने संबोधित किया. उन्होंने अपने संबोधन में 2019 के चुनावों की तैयारियों के अलावा अटल बिहारी वाजपेयी के योगदान पर बात की. पीएम मोदी के संबोधन के बाद कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद पीएम मोदी की बातों को मीडिया के सामने रख रहे हैं. पेश है उनके प्रेस कॉन्फ्रेंस की अहम बाते.

1.पीएम मोदी ने अपने भाषण में कहा है कि अटल जी ने भाजपा के विचार, संस्कार और भाजपा के नेतृत्व को एक नई ऊंचाई दी, उन्होंने कहा कि आज हमारा सूरज तो चला गया लेकिन हम जो सितारें है वो इतना चमके की विचारधारा के प्रकाश को आगे बढ़ाएं


2. पीएम मोदी ने दो नारे दिए- अजय भारत अटल भाजपा का नारा दिया

3. पीएम मोदी ने अपने भाषण में कहा कि हम सत्ता को कुर्सी के रूप में नहीं देखते बल्कि सत्ता को जनता के बीच में काम करने का उपकरण समझते है. जो सत्ता में विफल रहे वो विपक्ष में भी विफल हैं.

4. हम संकल्प के लिए जीते हैं. हमारे पास नीति और रणनीति दोनों हैं. एक समय गुजरात कांग्रेस का गढ़ था लेकिन हमने उस पर विजय प्राप्त की है.

5. विपक्ष न मुद्दों पर लड़ता है न काम पर. 1952 में ही एनआरसी लागू हो जाना चाहिए था. विपक्ष मुद्दों पर काम पर नहीं झूठ पर लड़ता है.

6. पीएम मोदी ने कहा कि हम जाति और धर्म के नाम पर भेदभाव नहीं करते. हम स्वच्छ भारत और बेटी पढ़ाओं और बेटी बचाओ जैसे अभियान चलाते हैं.

7. प्रधानमंत्री ने कहा कि हम विकास मानवता के साथ चाहते हैं. उन्होंने कहा कि जो लोग एक दूसरे को देख नहीं सकते, एक साथ चल नहीं सकते आज वो गले लगने को मजबूर हैं.

8. प्रधानमंत्री मोदी ने महागठबंधन को बताने के लिए 3 शब्दों का प्रयोग किया- नेतृत्व क पता नहीं, नीति अस्पष्ट, नीयत भ्रष्ट.

9.पीएम मोदी ने अपने भाषण में कहा कि हम विकास मानवीयता के साथ चाहते हैं. उन्होंने कहा कि हम देश का वैभव चाहते हैं लेकिन सादगी के धरातल पर.

बीजेपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक के अंतिम दिन यानी रविवार को प्रेस को संबोधित करते हुए एचआरडी मंत्री प्रकाश जावेडकर ने कहा कि विपक्ष के पास ना कोई नेता है, ना कोई नीति है और ना ही कोई रणनीति है इसीलिए विपक्ष हताश है और नकारात्मकता की राजनीति कर रहा है. वहीं हमारी सरकार ने चौमुखी विकास पर जोर दिया है.

बैठक में बीजेपी ने राजनीतिक प्रस्ताव रखा जिसको कार्यसमिति ने पास कर दिया. इस प्रस्ताव में विश्वास जताया गया है कि न्यू-इंडिया का सपना पूरा होकर ही रहेगा.

जावेडकर ने कहा कि हमारे कार्यकाल में देश के विकास को गति मिली है. एक देश के विकास में उसकी आंतरिक सुरक्षा सबसे बड़ी बाधा बनती है. ऐसे में मुझे यह कहते हुए खुशी होती है कि बीजेपी के कार्यकाल में देश की आंतरिक सुरक्षा मजबूत हुई है.

राजनीतिक प्रस्ताव में यूपीए के दस साल याद करिए. उस दौरान हर महीने ही किसी न किसी शहर से बम विस्फोट की खबर आ जाया करती थी. हमारी सरकार के आने के बाद यह कभी नहीं हुआ. यहां तक कि कश्मीर में भी आतंकवादी हमले की घटनाएं कम हुई हैं.

नक्सल प्रभावित जितने भी जिले थे, उनमें से केवल एक तिहाई जिले ही बचे हैं. नॉर्थ ईस्ट के त्रिपुरा और मेघालय में कई सालों से लगी हुई आफस्पा को भी हटा दिया गया है. आशा है कि कुछ दिनों में असम से भी इसे हटा दिया जाएगा.

2019 को लेकर आशान्वित जावेडकर ने लोगों से अपील की कि विपक्ष के पास ना ही कोई मिशन है ना विजन. ऐसे में एक बार फिर कमल जरूर खिलेगा.

इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं को संबोधित करेंगे. माना जा रहा है कि पीएम मोदी समापन सत्र को संबोधित करते हुए नेताओं-कार्यकर्ताओं को 2019 में होने वाले आम चुनाव के लिए जीत का मंत्र दे सकते हैं.

इसके अलावा राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, और तेलंगाना में भी जल्द विधानसभा के चुनाव होने वाले हैं, ऐसे में प्रधानमंत्री का यह समापन भाषण महत्वपूर्ण होगा. पार्टी से जुड़े सूत्रों के अनुसार पीएम मोदी अपने संबोधन में एससी-एसटी ऐक्ट में संशोधन के बाद सवर्णों की नाराजगी और विपक्षी पार्टियों के उठाए सवालों का भी जवाब दे सकते हैं.

इससे पहले शनिवार को शुरू हुई बीजेपी राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने सबको संबोधित किया था. उन्होंने 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव को जीतने का फॉर्मूला अपने पार्टी कार्यकर्ताओं से साझा किया था.

इसके अलावा अमित शाह ने कहा कि आने वाले लोकसभा चुनाव को बीजेपी मोदी सरकार की उपलब्धियों और संगठन की शक्ति के बल पर लड़ेगी.

बैठक के पहले दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ-साथ बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी, रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण, गृह मंत्री राजनाथ सिंह, वित्त मंत्री अरुण जेटली, विदेश मंत्री सुषमा स्वराज समेत बीजेपी के कई दिग्गज नेता इसमें शामिल थे.