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एमसीडी चुनाव: बीजेपी ने बिना लड़े ही गंवाई 4 सीटें

एमसीडी चुनाव में चार सीटों के नुकसान का बीजेपी को तगड़ा झटका है

Amitesh

एमसीडी चुनाव में बीजेपी बिना लड़े ही चार सीटें हार गई है. दरअसल चार सीटों पर दाखिल नामांकन रद्द कर दिया गया है. इन चार सीटों पर बीजेपी का कवरिंग उम्मीदवार नहीं था. वेस्ट विनोद नगर, बपरौला, किशन गंज और अबू फज़ल में बीजेपी के उम्मीदवारों के नामांकन रद्द हुए हैं.

अबू फज़ल से जमाल हैदर, किशनगंज से मोनिका झाबार के कागजातों में कमी पाई गई है. हालांकि बीजेपी का कहना है कि कवरिंग उम्मीदवार न होने की वजह से नामकांन रद्द हुए हैं और पार्टी इस मामले को चुनाव आयोग के सामने उठाएगी.


वहीं पार्टी प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी ने फर्स्टपोस्ट के साथ बातचीत में इसे मौलिक अधिकारियों का हनन बताया. साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि इसमें साजिश की बू आ रही है.

बीजेपी का आरोप है कि एक जगह फॉर्म में सिर्फ महिला या पुरुष कॉलम पर टिक न करने की वजह से ही नामांकन रद्द कर दिया गया जबकि वो तो महिला आरक्षित सीट थी.

ख्याला और वजीरपुर वार्ड में भी बीजेपी के उम्मीदवारों के नामांकन रद्द होने की खबर थी लेकिन कवरिंग कैंडिडेट होने की वजह से बीजेपी नुकसान से बच गई.

एक ही वार्ड से दो लोगों को टिकट देने का भी खामियाजा बीजेपी को भुगतना पड़ा है. ख्याला सीट से बीजेपी ने पहले सुनीता यादव को टिकट दिया था लेकिन बाद में बबीता चंदीला के नाम का ऐलान कर दिया. लेकिन सुनीता यादव ने पहले नामांकन भर दिया जिससे बबीता चंदीला का नामाकन रद्द होने पर अब बीजेपी भी सुनीता यादव को अपना उम्मीदवार बता रही है.

दिलचस्प बात ये भी है कि कई उम्मीदवारों के नाम का ऐलान नामांकन खत्म होने के कुछ घंटे पहले तक भी किए गए हैं जिस वजह से उम्मीदवार जरूरी कागजात नहीं जुटा सके हैं.

इन चारों वार्डों के अलावा वजीरपुर,लाडो सराय और मंडावली वार्ड से भी बीजेपी के उम्मीदवारों के दाखिल नामांकन में कमियों की बात सामने आई है.

माना जा रहा है कि चुनाव आयोग ने एमसीडी चुनाव में 1796 नामांकन रद्द किए हैं जिसमें सबसे ज्यादा दक्षिणी दिल्ली एमसीडी के हैं. साउथ दिल्ली एमसीडी में 1833 नामांकन दाखिल हुए थे जिसमें 758 रद्द हुए हैं.

चार सीटों के नुकसान का बीजेपी को तगड़ा झटका है. माना जा रहा है कि बीजेपी इन चारों सीटों पर अब किसी निर्दलीय उम्मीदवार को अपना समर्थन देगी.