ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) को पश्चिम बंगाल में मात देने के लिए बीजेपी ने कमर कस लिया है. बीजेपी को अपनी इस रणनीति को अमली जामा पहनाने के लिए पश्चिम बंगाल में विशाल और आधुनिक दफ्तर की तलाश है.
बीजेपी की प्रदेश इकाई 2019 में होने वाले आम चुनावों की तैयारियों के मद्देनजर कोलकाता और राज्य के अन्य हिस्सों में विशाल और संसाधनों से युक्त नए कार्यालयों की तलाश में जुटी है. पार्टी मध्य कोलकाता के 6 मुरलीधर सेन स्ट्रीट स्थित अपने राज्य मुख्यालय को नजदीक के ही एक बड़े स्थान पर स्थानांतरित (ट्रांसफर) करने की योजना बना रही है.
बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा, ‘हम पार्टी के नए कार्यालयों के लिए जिलों और शहर में नए स्थानों की तलाश कर रहे हैं. कुछ जिलों में कार्यालय बन गए हैं जबकि कुछ अन्य स्थानों पर काम चल रहा है.’ उन्होंने कहा, ‘लोकसभा चुनावों के मद्देनजर कोलकाता में हम पार्टी के कार्यालय के समीप एक नया स्थान किराए पर लेने की योजना बना रहे हैं.’
वर्तमान में पश्चिम बंगाल में बीजेपी 36 संगठनात्मक जिलों में बंटी है. पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के अनुसार सभी संगठनात्मक जिलों और मंडल स्तरों पर नए कार्यालय बनाए जाएंगे.
बीजेपी के प्रदेश महासचिव सुभाष सरकार ने कहा, ‘सीपीएम और टीएमसी के पास मंडल स्तर पर जैसे कार्यालय हैं वैसे हमारे पास जिला स्तर पर भी नहीं हैं. लेकिन हम नए कार्यालय बनाने या किराया पर लेने की योजना बना रहे हैं. देखते हैं क्या होता है.’
नए बीजेपी कार्यालय डेस्कटॉप, लैपटॉप, कंप्यूटर, वाई-फाई कनेक्शन और ई-लाइब्रेरी से सुसज्जित होंगे
वरिष्ठ बीजेपी नेताओं के अनुसार, पार्टी नए कार्यालयों को डेस्कटॉप और लैपटॉप कंप्यूटरों, वाई-फाई कनेक्शन और ई-लाइब्रेरी से लैस करना चाहती है. साथ ही उनमें बड़े कॉन्फ्रेंस सभागार चाहती है जिसमें कम से कम 200-250 लोग बैठ सकें. इसके अलावा उसमें पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं के लिए विश्राम कक्ष भी हो.
कोलकाता में स्थानांतरित होकर जल्द शिफ्ट होने वाले नए बीजेपी मुख्यालय में दिल्ली में आलाकमान और जिला ईकाई नेतृत्व के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस की सुविधाएं भी होंगी. साथ ही रैलियों और आंदोलनों की बढ़ती संख्या को देखते हुए पार्टी ने नेताओं के आसान आवागमन के लिए हर संगठनात्मक जिले के लिए नई कारों को खरीदने का भी फैसला किया है.
बीजेपी नेतृत्व जिला और मंडल स्तर के आयोजकों को मोटरसाइकिल देने की भी योजना बना रहा है.
बता दें कि पश्चिम बंगाल में बीजेपी अपने पैर जमा रही है. वर्तमान में पार्टी के पास यहां लोकसभा की 2 सीटें हैं. हाल में संपन्न हुए उपचुनावों और पंचायत चुनावों में बीजेपी तृणमूल कांग्रेस के खिलाफ मुख्य विपक्षी दल बनकर उभरी है. हालांकि राज्य में सत्तारूढ़ टीएमसी को चुनौती देने के लिए अभी उसे लंबा सफर तय करना है.