यूपी इलेक्शन में कई चौंकाने वाली बातें सामने आ रही हैं. इसमें सबसे गौरतलब बात है कि कभी ऐसा समय हुआ करता था जब विपक्षी पार्टी बीजेपी को शहरी करार देते थे.
लेकिन इस गांव वाली 308 में से 242 सीटों पर सबसे अधिक वोट बीजेपी को ही मिले. जबकि बीएसपी को 23, सपा+कांग्रेस को 37 और अन्य को 6 जगह बढ़त मिली हुई है.
बीजेपी ने यूपी के गांवों को शुरुआत से ही टारगेट किया था. खासकर, पीएम मोदी ने जिस तरह से गांवों का दौरा किया, उसने पार्टी की इमेज को बदलने में सहायक सिद्ध हुआ. दूसरा पक्ष नोटबंदी और सर्जिकल स्ट्राइक भी रहा. दरअसल, बीजेपी लगातार नोटबंदी को किसानों और मिडल क्लास फैमिली के लिए फायदे वाली बताती रही. सर्जिकल स्ट्राइक मुद्दे पर भी विपक्षी पार्टियां बीजेपी को घरेने में नाकाम रहीं थीं.
बीएसपी को सबसे ज्यादा नुकसान
गांवों के वोटर्स बीजेपी की ओर जाने से सबसे अधिक नुकसान मायावती की बीएसपी को हुई.
बीएसपी गरीब तबके और मिडल क्लास फैमिली की पार्टी मानी जाती थी. इसलिए ये वोटर्स बीएसपी के माने जाते रहे हैं, लेकिन इस बार बीजेपी ने सेंध लगाने में कामयाबी हासिल की. सपा को उम्मीद थी कि अखिलेश एक बार फिर लुभाने में कामयाब होंगे, लेकिन ऐसा हुआ नहीं.