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पदाधिकारी नहीं बनाया तो 'शोले' के स्टाइल में टंकी पर चढ़ गए BJP कार्यकर्ता

शोले फिल्म में जैसे धर्मेंद्र टंकी पर चढ़ कर गांव वालों को अपनी बात बताते हैं ठीक वैसे ही बीजेपी कार्यकर्ताओं ने भी अपनी शिकायतें सामने रखी

FP Staff

फिल्मों में राजनीतिक घटनाएं देखना तो आम सी बात है लेकिन राजनीति में फिल्मी होना सुर्खियों में आ ही जाता है. ऐसा ही कुछ हुआ जब बीजेपी के नेता शोले फिल्म के अंदाज में हू-ब-हू अभिनेता धर्मेंद्र की तरह पानी की टंकी पर चढ़ गए. रविवार को शाहजहांपुर में पानी की टंकी पर चढ़ने वाले बीजेपी कार्यकर्ताओं की शिकायत थी कि पार्टी दूसरी पार्टियों से आए लोगों को जिला इकाई में पदाधिकारी बना रही है. इसी शिकायत के चलते कार्यकर्ता पानी की टंकी पर चढ़ गए.

धर्मेंद्र की तरह टंकी पर चढ़ गए बीजेपी कार्यकर्ता


शोले फिल्म में जैसे धर्मेंद्र टंकी पर चढ़ कर गांव वालों को अपनी बात बताते हैं ठीक वैसे ही बीजेपी कार्यकर्ताओं ने भी अपनी शिकायतें सामने रखी. खुद पर उपेक्षा का आरोप लगाकर टंकी पर चढ़े कार्यकर्ताओं का कहना है कि पार्टी ने जिला नेतृत्व ने पुराने समर्पित बीजेपी कार्यकर्ताओं को नजरअंदाज करके हाल में अन्य दलों को छोड़कर आए लोगों को भारतीय जनता युवा मोर्चा का पदाधिकारी बनाया है.

इसके विरोध में बीजेपी की पुवायां विधानसभा इकाई के पूर्व प्रभारी अंकित भदौरिया की अगुवाई में कई पार्टी कार्यकर्ता खुटार नगर पंचायत में स्थित पानी की टंकी पर चढ़ गए. उनकी मांग है कि युवा मोर्चा की मंडल और नगर कार्यकारिणी को भंग कर पुराने कार्यकर्ताओं को शामिल किया जाए. इसके अलावा पार्टी जिला नेतृत्व के पदाधिकारी मौके पर पहुंचकर माफी मांगें.

राजनीति में हर बार नहीं होती हैप्पी एंडिंग

खैर फिल्म में तो गांव वाले धर्मेंद्र की बात मान लेते हैं और बसंती भी उसके प्यार को कबूल कर लेती है. लेकिन राजनीति में हर बार हैप्पी एंडिंग नहीं होती. ठीक वैसा ही कुछ इस मामले में भी हुआ. दरअसल इस पूरे घटनाक्रम के बाद बीजेपी जिलाध्यक्ष राकेश मिश्रा ने बताया कि जो लोग पानी की टंकी पर चढ़कर प्रदर्शन कर रहे हैं. वह बीजेपी के कार्यकर्ता नहीं हैं. इसी के साथ उन्होंने यहां तक कह दिया कि जो प्रदर्शन हो रहा है उससे बीजेपी का कोई लेना देना नहीं है.

(भाषा से इनपुट)