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पसीने छूट गए लेकिन इस अय्याश बाबा को नहीं खोज पाई सीबीआई

ढोंगी बाबा महिलाओं को दीक्षा देने के नाम पर नशीली दवा पिला कर यौन शोषण करता था

Ravishankar Singh

दिल्ली सहित देश के कई हिस्सों में आध्यात्मिक विश्वविद्यालय के नाम पर अय्याशी का अड्डा चलाने वाला वीरेंद्र देव दीक्षित अब भी सीबीआई की पकड़ से कोसों दूर है. इस ढोंगी बाबा की तलाश में सीबीआई लगातार छापामारी कर रही है, लेकिन बाबा का अभी तक कोई सुराग नहीं मिल पा रहा है.

गौरतलब है कि दिल्ली हाईकोर्ट के निर्देश के बाद सीबीआई के पास इस केस की जांच की जिम्मेदारी आई थी, लेकिन दो महीने बीतने को है और अय्याश बाबा अब भी सीबीआई की पकड़ से कोसों दूर है.


बाबा के लगातार गायब रहने और कोई सुराग नहीं मिलने से सीबीआई भी अब पशोपेश में आ गई है. सीबीआई के हाथ बाबा का कोई सुराग नहीं मिलने से कई तरह के कयास भी लगाए जा रहे हैं. बाबा के साथ किसी अनहोनी से भी अब इंकार नहीं किया जा सकता है? यह भी कयास लगाया जा रहा है कि बाबा के राजदारों ने ही न कहीं बाबा को ठिकाने लगा दिया हो?

कहीं गुजर तो नहीं गया वीरेंद्र देव

पिछले साल दिसंबर महीने में ही दिल्ली महिला आयोग की दखल के बाद दिल्ली के विजय विहार इलाके में एक ढोंगी बाबा की काली करतूत का खुलासा हुआ था. इस खुलासे के बाद से ही कोर्ट ने ढोंगी बाबा को हर हालत में कोर्ट में हाजिर करने के निर्देश जारी किया था, लेकिन घटना के दो महीने बीत जाने के बाद भी अब तक ढोंगी बाबा का कोई सुराग सीबीआई नहीं जुटा पाई है?

दिल्ली हाईकोर्ट के आदेश के बाद सीबीआई वीरेंद्र देव दीक्षित की तलाश पूरी शिद्दत के साथ शुरू करने के बात तो जरूर कह रही है, लेकिन सीबीआई के सूत्रों से मिली जानकारी के आधार पर यह भी कहा जा सकता है कि बाबा अंतिम बार सार्वजनिक तौर पर साल 2015 में ही दिखाई दिया था. सीबीआई से जुड़े लोगों का कहना है कि वीरेंद्र देव को इसके बाद सार्वजनिक तौर पर कहीं और नहीं देखा गया.

पिछले कुछ दिनों में सीबीआई ने बाबा से जुड़े कई लोगों के बयान दर्ज किए हैं, जिसमें बाबा के बारे में कोई पता नहीं होने की बात कही गई है. दिल्ली हाईकोर्ट इस मसले पर हर सुनावाई में बाबा को पेश करने की बात कहती रही है. इसके बावजूद भी सीबीआई ढोंगी बाबा को खोज कर अदालत में हाजिर करने में अब तक नाकाम साबित हुई है.

गौरतलब है कि देश के कई शहरों में आध्यात्म की शिक्षा देने के नाम पर महिलाओं, लड़कियों और खासकर नबालिग लड़कियों के साथ बलात्कार के आरोपी वीरेंद्र देव को खोजना सीबीआई के लिए भी मुश्किल साबित हो रहा है. देश की सबसे बड़ी जांच एजेंसी सीबीआई के लिए इस ढोंगी बाबा को ढूंढ़ना परेशानी का सबब भी बनता जा रहा है.

पिछले कुछ महीनों से पूरा देश वीरेंद्र देव दीक्षित की काली करतूतों से शर्मिंदा हो रहा है. धार्मिक भावनाओं के नाम पर लोगों के विश्वास के साथ खिलवाड़ करने का मामला जबसे सामने आया था, लोगों का गुस्सा भी खूब फूटा था.

गौरतलब है कि पिछले कई सालों से दिल्ली के विजय विहार इलाके में आध्यात्मिक विश्वविद्यालय के नाम से एक आश्रम चल रहा था. इस आश्रम का संचालक बाबा वीरेंद्र देव दीक्षित अपने आपको कृष्ण का अवतार बताता था. लेकिन, राजस्थान की रहने वाली एक नाबालिग लड़की के माता-पिता ने बाबा वीरेंद्र देव दीक्षित पर अपनी बेटी के साथ बलात्कार करने का आरोप लगा कर लोगों को सकते में डाल दिया था.

कब जागेगी दिल्ली पुलिस

दिल्ली पुलिस के ढुलमुल रवैये के कारण काफी दिनों तक यह मामला सामने नहीं आया था. बाद में दिल्ली महिला आयोग और एक एनजीओ की मदद से यह मामला सामने आया था.

पीड़ित परिवार की ओर से एक समाजसेविका ने करीब एक महीने से ज्यादा की कड़ी मशक्कत, भागदौड़ और बहुत कोशिशों के बाद दिल्ली हाईकोर्ट से निर्देश हासिल करने में कामयाबी पाई थी. हाईकोर्ट ने मामले की गंभीरता को समझते हुए तुरंत ही दिल्ली पुलिस को आश्रम में घुसकर जांच करने का निर्देश जारी कर किया था. हाईकोर्ट के निर्देश के बाद दिल्ली पुलिस की रेड में बाबा के काले कारनामों की लंबी फेहरिस्त सामने आने के बाद शक और गहरा गया था.

दिल्ली पुलिस के सर्च ऑपरेशन में बाबा के अश्लील वीडियो और कई अश्लील किताबें बरामद की गई थी. दिसंबर महीने में ही दिल्ली पुलिस को बाबा के बारे में जो जानकारी मिली थी वह भी हैरान करने वाली थी. ढोंगी बाबा महिलाओं को दीक्षा देने के नाम पर नशीली दवा पिला कर यौन शोषण करता था.

सिर्फ दिल्ली के विजय विहार आश्रम में ही लगभग 50 नाबालिग लड़कियां सहित लगभग 200 महिलाओं को अभी तक छुड़ाया जा चुका है. हैरानी की बात यह है कि देश की राजधानी में यह खेल वर्षों से चल रहा था. और पुलिस को इस बात की भनक नहीं लगी? इस ढोंगी बाबा के कारनामे सामने आने के बाद एक बार फिर यह चर्चा शुरू हो गई है कि यह बाबा ना जाने कितने लड़कियों की जिंदगियां बर्बाद कर दी होगी?

बाबा के कथित आश्रम में उत्तर प्रदेश, कर्नाटक, राजस्थान, पं बंगाल और उड़ीसा जैसे राज्यों की लड़कियां रहती हैं. हाईकोर्ट ने निर्देश जारी करते हुए दिल्ली पुलिस से कहा था कि यह मामला भी राम रहीम और आसाराम बापू की तरह लगता है. दिल्ली हाईकोर्ट ने पिछले महीने भी आश्रम के संचालक वीरेंद्र देव दीक्षित को लेकर कड़ा रुख अख्तियार किया था.