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मिट्टी घोटाले पर जांच के आदेश से बढ़ सकती हैं लालू परिवार की मुश्किलें

तेज प्रताप पर पटना चिड़ियाघर को अपने शॉपिंग मॉल की खुदाई में निकली मिट्टी 90 लाख रूपए में बेचने का आरोप है

FP Staff

बिहार के मशहूर चारा घोटाले में फंसे लालू यादव के लिये अब उनके बेटे तेजप्रताप यादव ने मुश्किलें बढ़ा दी हैं. तेजप्रताप यादव पर मिट्टी घोटाले के आरोप लगने के बाद नीतीश सरकार ने घोटाले के आरोपों की जांच के आदेश दे दिये हैं. बिहार के मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह ने वन विभाग को मिट्टी घोटाले में केस दर्ज कर मामले की जांच का आदेश दिया है. एक हफ्ते में मिट्टी घोटाले के आरोपों की जांच रिपोर्ट सौंपने को कहा गया है.

बिहार बीजेपी के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर आरोप लगाया था कि, तेजप्रताप ने मॉल के निर्माण के वक्त खुदाई की मिट्टी को 90 लाख रुपये में ज़ू को बिना टेंडर ही बेच दिया. दरअसल पटना के सगुना मोड़ इलाके में एक मॉल बनाया जा रहा है.

इस शॉपिंग मॉल में लालू के बेटे की हिस्सेदारी है. मॉल के निर्माण स्थल की मिट्टी को चिड़ियाघर के सौंदर्यीकरण के नाम पर 90 लाख रुपये में खरीद लिया गया. सुशील मोदी का आरोप है कि पर्यावरण और वन विभाग ने बिना टेंडर निकाले इतनी बड़ी डील कैसे की.

मिट्टी घोटाले में लालू के मॉल की मिट्टी की जांच कराई जाए तो साबित हो जाएगा की ज़ू की मिट्टी ही मॉल से आयी थी.

मोदी ने मिट्टी घोटाले में नाम आने के बाद सीएम नीतीश कुमार से पर्यावरण और वन मंत्री तेज प्रताप को हटा देने की मांग की. साथ ही पूरे मामले की सर्वदलीय समिति से जांच कराने को कहा.

नीतीश सरकार के इस मामले में जांच के आदेश को सुशील मोदी ने दिखावा करार देते हुए पूरे मामले को रफा-दफा करने की साजिश करार दिया है.