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भूपेश बघेलः CD कांड में जेल जाने से उबरकर किया CM बनने तक का सफर

भूपेश बघेल ने लंबे समय तक कांग्रेस पार्टी के लिए सड़कों पर संघर्ष किया है, वह सिर्फ रमन सिंह सरकार के खिलाफ ही नहीं बल्‍क‍ि अजीत जोगी की नई पार्टी से मिली चुनौती के आगे भी डटे रहे थे

FP Staff

कई बार बैठक होने के बाद आखिरकार भूपेश बघेल को छत्तीसगढ़ का नाय सीएम चुन लिया गया. भूपेश बघेल ने लंबे समय तक कांग्रेस पार्टी के लिए सड़कों पर संघर्ष किया है. वह सिर्फ रमन सिंह सरकार के खिलाफ ही नहीं बल्‍क‍ि अजीत जोगी की नई पार्टी से मिली चुनौती के आगे भी डटे रहे थे. भूपेश बघेल कांग्रेस प्रदेश कमेटी के प्रमुख हैं.

किसान परिवार से ताल्‍लुक रखने वाले भूपेश बघेल राजनीतिक गलियारे में अपने आक्रामक तेवर के लिए जाने जाते हैं. 90 सीटों वाले छत्तीसगढ़ विधानसभा में कांग्रेस ने 68 सीटों पर जीत हासिल की है. बीजेपी महज 15 सीटों पर सिमट कर रह गई. इस जीत का सेहरा बघेल के सिर ही बांधा जा रहा है क्‍योंकि विधानसभा चुनाव से लेकर नगरीय निकाय चुनाव और पंचायत चुनाव की सारी रणनीति उन्‍होंने ही बनाई थी.


बघेल ने 80 के दशक में कांग्रेस के साथ राजनीतिक पारी शुरू की थी

कार्यकर्ताओं को तवज्जो देकर निकाय और पंचायत चुनाव में बघेल ने जो नतीजे हासिल किए थे उसने पार्टी आलाकमान और वर्कर्स में विश्वास जगाने का काम किया. मध्‍य प्रदेश के दुर्ग (अब छत्तीसगढ़) में 23 अगस्त 1961 को जन्मे भूपेश बघेल ने 80 के दशक में कांग्रेस के साथ ही राजनीतिक पारी शुरू की थी.

कुर्मी क्षत्रिय परिवार से ताल्‍लुक रखने वाले बघेल राज्‍य में पार्टी की जीत पर कह चुके हैं कि राहुल गांधी ने उन्‍हें छत्तीसगढ़ में कांग्रेस को बहुमत दिलाने की जिम्मेदारी सौंपी थी और उन्‍होंने यह कर दिखाया. हालांकि खुद बघेल का नाम कई तरह के विवादों में फंसा हुआ है जिसमें सेक्‍स सीडी कांड से लेकर संपत्त‍ि का मामला भी है. सीडी कांड पर सीबीआई कोर्ट में प्रकरण के अलावा उनके

खिलाफ रायपुर न्यायालय में बलवा व शासकीय कार्य में बाधा पहुंचाने का मामला भी विचाराधीन है.

भूपेश बघेल

सीडी कांड की वजह से भूपेश बघेल ज्‍यादा सुर्खियों में रहे हैं

यह मामला उनके खिलाफ 30 मई, 2008 को सतनामी समाज के धर्मगुरु की गिफ्तारी के विरोध में प्रदर्शन और इस दौरान पुलिस से विवाद के कारण

रायपुर में दर्ज करवाई गई थी. तब अज्ञात लोगों द्वारा पत्थरबाजी की गई थी. हालांकि, बलवा का मामला अब खत्म हो चुका है. सीडी कांड की वजह से

भूपेश बघेल ज्‍यादा सुर्खियों में रहे हैं. इस वजह से उन्हें जेल भी जाना पड़ा था.

उन्होंने तब जमानत लेने से भी इनकार कर दिया था. 27 अक्टूबर 2017 को एक कथित सेक्स टेप वायरल हुआ था, जिसमें छत्तीसगढ़ के एक मंत्री का नाम सामने आया था. इस मामले में बीजेपी ने कांग्रेस मेताओं पर सेक्स सीडी बांटने का आरोप लगाया था. सीबीआई अदालत ने भूपेश बघेल को सीडी बांटने का दोषी पाया था और उन्हें 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया था.

वह 1990 से 94 तक जिला युवक कांग्रेस कमेटी, दुर्ग के अध्यक्ष रहे

भूपेश बघेल के पिता नंद कुमार बघेल किसान थे. उनकी मां का नाम बिंदेश्वरी बघेल हैं. भूपेश बघेल ने मुक्तिश्वरी बघेल से शादी की और उनके चार बच्चे हैं. बीते दिनों बघेल अपनी संपत्त‍ि के ब्‍योरे के कारण भी चर्चा में रहे. बघेल ने राजनीति में अपनी पारी की शुरुआत यूथ कांग्रेस के साथ की थी.

दुर्ग जिले में ही वह यूथ कांग्रेस अध्यक्ष बने. वह 1990 से 94 तक जिला युवक कांग्रेस कमेटी, दुर्ग (ग्रामीण) के अध्यक्ष रहे. मध्य प्रदेश हाउसिंग बोर्ड के 1993 से 2001 तक निदेशक भी रहे हैं. 2000 में जब छत्तीसगढ़ अलग राज्य बना तो वह पाटन सीट से विधानसभा पहुंचे. इस दौरान वह कैबिनेट मंत्री भी बने.2003 में कांग्रेस के सत्ता से बाहर होने पर भूपेश को विपक्ष का उपनेता बनाया गया. 2014 में उन्हें छत्तीसगढ़ कांग्रेस का अध्यक्ष बनाया गया और तब से वह इस पद पर हैं.