ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने बुधवार को बीजेडी सांसद बैजयंत पांडा को पार्टी विरोधी गतिविधियों की वजह से प्राथमिक सदस्यता से निलंबित कर दिया. रिपोर्ट्स के मुताबिक ऐसा सांसद निधि के दुरुपयोग की वजह से किया गया है.
पार्टी से अपने निष्कासन पर प्रतिक्रिया देते हुए पांडा ने कहा कि यह खबर सुनकर मैं स्तब्ध हूं. यह और भी ज्यादा दुर्भाग्यपूर्ण है कि पार्टी शीर्ष नेतृत्व द्वारा ऐसे आरोपों पर भरोसा किया गया. मैं अपने ऊपर लगे इन सभी आरोपों को खारिज करता हूं. ये आरोप निराधार और झूठे हैं.
सूत्रों के मुताबिक यह भी कहा जा रहा है कि बैजयंत पांडा की करीबी बीजेपी से भी काफी ज्यादा है. कहा जा रहा है कि इस कदम के पीछे पांडा की बीजेपी से नजदीकी का भी बड़ा रोल है. गौरतलब है कि इस मामले की जांच करने के लिए नवीन पटनायक द्वारा नियुक्त की गईं कटक जिले की ऑब्जर्वर ऊषा देवी ने बुधवार को ही अपनी रिपोर्ट सौंपी थी.
केंद्रपाड़ा सीट से सांसद हैं जय
बिजयंत जय पांडा इस समय ओडिशा की केंद्रपाड़ा सीट से लोकसभा सांसद हैं. इससे पहले वो 2000 से 2009 तक राज्यसभा के सांसद भी रह चुके हैं. जय पांडा बीजेडी के तेज-तर्रार नेताओं में शुमार किए जाते हैं. संसद में रहने के दौरान भी वो कई प्राइवेट मेंबर बिल लेकर आ चुके हैं. राजनीति के अलावा वो कई तरह के सामाजिक सरोकार की गतिविधियों में शामिल रहते हैं.