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अयोध्या मामले पर बोले ओवैसी- भावनाओं के आधार पर सुप्रीम कोर्ट नहीं कर सकता फैसला

असदुद्दीन ओवैसी ने शुक्रवार को कहा कि शीर्ष अदालत भावनाओं के आधार पर फैसला नहीं ले सकती

FP Staff

अयोध्या मसले में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ पर हमला बोलते हुए एआईएमआईएम अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने शुक्रवार को कहा कि सुप्रीम कोर्ट भावनाओं के आधार पर फैसला नहीं ले सकती.

ओवैसी ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के महासचिव भैयाजी जोशी के बयानों का हवाला दिया, जिसमें उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से विनती की थी कि अयोध्या मुद्दे पर 'हिंदू समुदाय की भावनाओं' पर भी विचार करना चाहिए.


ओवैसी ने कहा कि 'हिंदू भावना' के आधार पर सुप्रीम कोर्ट फैसला नहीं कर सकता है.' ओवैसी ने ट्वीट कर कहा, 'वह (जोशी) अब भी भारत के संविधान को नकार रहे हैं. आस्था, भावना इत्यादि कुछ भी प्रासंगिक नहीं है और केवल इंसाफ प्रासंगिक है.'

दूसरी ओर संघ ने शुक्रवार को कहा कि शीर्ष अदालत के यह कहने से कि अयोध्या मसला उनकी प्राथमिकता में नहीं है, हिंदू अपमानित महसूस कर रहे हैं और जोर देकर कहा कि किसी विकल्प के नहीं बचने पर अध्यादेश की जरूरत पड़ेगी.'

महाराष्ट्र के उत्तन में संघ के तीन दिवसीय सम्मेलन के बाद महासचिव भैयाजी जोशी ने कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो संगठन आंदोलन शुरू करने में नहीं हिचकेगा, लेकिन चूंकि मामला शीर्ष अदालत में है तो इसकी कुछ सीमाएं हैं.'

इससे पहले ओवैसी ने राम मंदिर मामले पर केंद्र सरकार को चुनौती दी थी. उन्होंने केंद्र सरकार से कहा कि आप सत्ता में है. अगर हो सके तो राम मंदिर पर अध्यादेश लाकर दिखाइए, उन्होंने कहा था कि हर बार सरकार अध्यादेश लाने की धमकी देती है. उन्होंने कहा बीजेपी कब तक अध्यादेश के नाम पर राम मंदिर मामले में डराती रहेगी. ओवैसी ने कहा कि अगर पीएम का 56 इंच का सीना है तो अध्यादेश लाकर दिखाएं.

(एजेंसी इनपुट के साथ)