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रोहिंग्या शरणार्थियों के मुद्दे पर बढ़ती आलोचना के बीच सू ची पहुंची चीन

ये स्पष्ट नहीं है कि नोबेल शांति पुरस्कार विजेता सू ची इस समूह को संबोधित करेंगी या नहीं या शी से कब मुलाकात करेंगी

Bhasha

म्यांमार की नागरिक नेता आंग सान सू ची पड़ोसी मित्र देश चीन की यात्रा पर हैं. अपने देश में रोहिंग्या मुस्लिमों के उत्पीड़न को लेकर बढ़ती अंतरराष्ट्रीय आलोचनाओं के बीच शुक्रवार से शुरू हुई चीन यात्रा के दौरान वो चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात करने वाली हैं.

चीन इस संकट की आलोचना से बचता रहा है. शी से मिलने के दौरान सू ची का गर्मजोशी से स्वागत किए जाने की संभावना है. इस दौरान चीन म्यांमार को एक निलंबित बांध परियोजना को फिर से शुरू करने के लिए जोर दे सकता है. जबरदस्त स्थानीय विरोध के चलते इस बांध का काम रोक दिया गया था.


दुनियाभर से 200 से अधिक राजनीतिक दलों के प्रतिनिधिमंडल के लिए चीन की सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी की ओर से आयोजित एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने के उद्देश्य से सू ची बीजिंग पहुंची हैं.

रोहिंग्या मुद्दे पर चीन ने सावधानी से दिया है साथ 

बहरहाल ये स्पष्ट नहीं है कि नोबेल शांति पुरस्कार विजेता सू ची इस समूह को संबोधित करेंगी या नहीं या शी से कब मुलाकात करेंगी. शी को कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव पद पर पांच साल के दूसरे कार्यकाल के लिए पिछले महीने ही फिर से नियुक्त किया गया.

चीन म्यांमार का पुराना मित्र रहा है. दक्षिण पूर्व एशियाई देश को पश्चिम की ओर से अलग-थलग कर दिए जाने के दौरान भी चीन ने म्यांमार का साथ दिया था. साथ ही रोहिंग्या संकट को लेकर भी उसका बचाव करता रहा है.

म्यांमार से जुड़े चीन के हितों में देश की दक्षिणी सीमा के पास सुरक्षा एवं इसके प्राकृतिक संसाधन तक अपनी पहुंच बनाने की उसकी मंशा शामिल है.