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मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव 2018: RSS और हिंदू-मुसलमान पर कमलनाथ का वीडियो हुआ वायरल

कमलनाथ का ये वीडियो वायरल हो गया है जिसमें वो मुसलमानों से कह रहे हैं कि चुनाव बाद वो आरएसएस से निपट लेंगे

FP Staff

बीजेपी की सोशल मीडिया टीम ने कांग्रेस का एक वीडियो शेयर किया है. ये वीडियो कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ से जुड़ा हुआ है. सोशल मीडिया पर ये वीडियो अपने कन्टेंट की वजह से वायरल हो गया है. वीडियो में कमलनाथ आरएसएस और हिंदू-मुसलमानों की बात कर रहे हैं. वीडियो में कमलनाथ मुस्लिम समुदाय के लोगों को चुनाव को लेकर कांग्रेस की रणनीति के बारे में समझा रहे हैं. इसमें वो राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के बारे में बात करते दिख रहे हैं.

वायरल हुए इस वीडियो में कमलनाथ कह रहे हैं कि ‘आरएसएस के जो कार्यकर्ता हैं वो क्या कर रहे हैं, मुझे इसकी जानकारी है, मैं तो छिंदवाड़ा की बात करूं, मुझे तो लोग आ के बता देते हैं. आरएसएस क्योंकि नागपुर से जुड़ा हुआ है. यहां तो उनके लिए सुबह आओ, रात को चले जाओ और बड़ा ही आसान है. उनका एक ही स्लोगन है. अगर हिंदू को वोट देना है तो हिंदू शेर मोदी को वोट दो. अगर मुस्लिम को वोट देना है तो कांग्रेस को वोट दो. केवल दो लाइन, और कोई पाठ पढ़ाने नहीं जाते. ये इनकी रणनीति है और इसमें आप सबको बड़ा सतर्क रहना पड़ेगा. आपको उलझाने की कोशिश करेंगे. हम निपट लेंगे इनसे बाद में पर मतदान के दिन तक आपको सबकुछ सहना पड़ेगा.’


चुनाव के मौसम में कमलनाथ के इस वीडियो से सियासत गरमा गई है. बीजेपी और कांग्रेस के बीच चल रही जुबानी जंग के बीच कमलनाथ के इस वीडियो से कांग्रेस के सॉफ्ट हिंदुत्व पर बीजेपी को हमला करने का मौका मिल गया है.

कमलनाथ जिस तरह से हिंदू और मुसलमान वोटों को लेकर समझा रहे हैं उससे बीजेपी को अब राहुल की मंदिर परिक्रमा और हिंदू अवतार पर सवाल उठाने का मुद्दा मिल गया है. इससे पहले बीजेपी ने कांग्रेस पर अपने वचन पत्र में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पर बैन लगाने का आरोप लगाया था. जिसकी सफाई देने खुद कमलनाथ को सामने आना पड़ा था. कमलनाथ ने सफाई देते हुए कहा था कि कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में संघ पर नहीं बल्कि सरकारी कर्मचारियों के संघ की शाखा जाने पर बैन लगाने की बात की है.

लेकिन अब कमलनाथ के इस वीडियो ने बीजेपी को मध्यप्रदेश में कांग्रेस पर निशाना लगाने का मौका दे दिया है. वीडियो पर पलटवार करते हुए बीजेपी ने कहा है कि कांग्रेस का काम ही राष्ट्रवादी संगठनों पर निशाना साधना है और उसने शुरू से ही बांटने की राजनीति पर काम किया है.

हालांकि वीडियो कितना रीयल और अन एडिटेड है और इसके कन्टेंट में कितनी सच्चाई है, इसकी अभी तक जांच नहीं हुई है, लेकिन चुनाव से पहले ऐसे वीडियो जहां सियासी पार्टियों के लिए हथियार से कम नहीं तो वहीं कांग्रेस के लिए आत्मघाती भी कम नहीं. बहरहाल, वीडियो से सवाल जरूर उठेंगे कि कमलनाथ चुनाव बाद किससे निपटने की बात कर रहे हैं तो मतदान तक मुस्लिम समुदाय से किस बात से सतर्क रहने और क्या सहने को कह रहे हैं?