असम में बीजेपी के इकलौते मुस्लिम विधायक अमीनुल हक लश्कर को जाने से मारने की धमकियां मिल रही हैं. उनसे कहा जा रहा है कि अगर वो पार्टी नहीं छोड़ेंगे तो उन्हें जान से मार दिया जाएगा. पुलिस ने मंगलवार को बताया कि अमीनुल को पत्र भेजकर धमकी दी गई है कि 15 दिन में पार्टी से इस्तीफा दे दो नहीं तो मार दिए जाओगे.
अमीनुल हक लश्कर कचर जिले की सोनाई सीट से बीजेपी के विधायक हैं. अमीनुल ने 2016 में विधानसभा चुनावों में कांग्रेस के अनामुल हक को हराकर सोनाई सीट जीती थी. उन्हें शनिवार को हाथ से लिखी हुई एक धमकी भरी चिट्ठी मिली. यह चिट्ठी बंगाली भाषा में लाल रंग की स्याही से लिखी गई थी. चिट्ठी के साथ-साथ 32 एमएम पिस्तौल की दो गोलियां भी थी.
हिंदुस्तान टाइम्स खबर के अनुसार, अमीनल हक ने बताया कि यह चिट्ठी 22 मई को करीमगंज से पोस्ट की गई थी और यह उन्हें नौ जून को मिली. इसमें लिखा गया है कि मुसलमान होने के बावजूद उन्होंने बीजेपी का साथ चुना. इसमें आरोप लगाया है कि उन्होंने मई महीने में बराक वैली में नागरिकता(संशोधन) बिल 2016 का विरोध नहीं किया. विधायक ने आरोप लगाया कि संभव है कि यह खत अवैध व्यापार के सिंडिकेट या भूमाफिया की ओर से भेजा गया हो.
उन्होंने सिलचर थाने में अज्ञात लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है. घटना के बाद राज्य सरकार ने विधायक की सुरक्षा भी बढ़ा दी है. पुलिस मामले की जांच कर रही है. बता दें कि असम सरकार ने अवैध रूप से राज्य में बसे हुए बांग्लादेशियों को निकालने के लिए नागरिकता कानून लागू करने का फैसला किया है. इसके विरोध में राज्य में काफी प्रदर्शन हो रहे हैं. बता दें कि राज्य में पहली बार बीजेपी ने सर्वानंद सोनोवाल के नेतृत्व में सरकार बनाई है.