ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने अयोध्या में राम मंदिर निर्माण मुद्दे पर शिवसेना पर पलटवार किया है. ओवैसी ने कहा कि शिवसेना नरेंद्र मोदी से डरती है इसीलिए वो सिर्फ अपने मुखपत्र सामना में संपादकीय लिखती है.
हैदराबाद से सांसद ने कहा, 'मैं शिवसेना से आग्रह करता हूं कि वो संपादकीय लिखना बंद करें और केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार और महाराष्ट्र की देवेंद्र फड़णवीस सरकार से अपना समर्थन लें. मैं भी उन्हें साबित कर दूंगा कि मेरे पूर्वज भारतीय थे.'
दरअसल शिवसेना सांसद संजय राउत ने शुक्रवार को दशहरा के अवसर पर कहा था कि 'अगर मंदिर को लेकर अभी कानून नहीं बना तो कभी नहीं बन पाएगा. आज हमारे पास बहुमत है. हम नहीं जानते कि 2019 में चुनाव के बाद क्या स्थिति होगी. राम मंदिर का मुद्दा आस्था का मुद्दा है कोर्ट इसे हल नहीं कर सकता. यह राजनीतिक इच्छा शक्ति का सवाल है और मोदी जी इसे कर सकते हैं.'
राउत ने यह भी कहा कि असदुद्दीन ओवैसी को हैदराबाद तक ही सीमित रहना चाहिए. राम मंदिर का निर्माण अयोध्या में होना है न कि हैदराबाद, पाकिस्तान या ईरान में. उनकी तरह का व्यक्ति मुस्लिम समुदाय के लोगों को राजनीति कर गलत दिशा में ले जाते हैं. भविष्य में उन्हें इसका बहुत नुकसान उठाना पड़ सकता है.