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केजरीवाल को भरोसा, पंजाब इकाई में नहीं होगी टूट

आप के 20 में से मात्र तीन विधायकों अमरजीत सिंह, कुलतार सिंह और बलजिंदर कौर ने ही केजरीवाल से शनिवार को दिल्ली में मुलाकात की थी

FP Staff

आम आदमी पार्टी (आप) की पंजाब इकाई में टूट के संकट से निपटने के लिए पार्टी नेतृत्व ने स्थानीय विधायकों को मनाने और विद्रोही नेताओं के प्रति ‘देखो और इंतजार करो’ की नीति अपनाई है.

आप नेतृत्व ने, पंजाब के पूर्व मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया से पार्टी संयोजक अरविंद केजरीवाल द्वारा मानहानि के मामले में माफी मांगने के बाद पार्टी की पंजाब इकाई में उपजे टूट के संकट से निपटने का भरोसा जताया है.


आप के राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने पंजाब के आप विधायकों की रविवार को दिल्ली में केजरीवाल और पंजाब के प्रभारी मनीष सिसोदिया के साथ बैठक में नाराजगी दूर कर लिए जाने का विश्वास व्यक्त करते हुए प्रदेश इकाई में टूट की आशंकाओं को खारिज कर दिया. पंजाब की प्रदेश इकाई के पूर्व प्रभारी सिंह ने कहा कि करीब दर्जन भर विधायक और प्रदेश इकाई के पदाधिकारी केजरीवाल और सिसोदिया से मुलाकात करेंगे.

केजरीवाल के बुलावे को किया था खारिज, कहा चंडीगढ़ आकर मिलें 

इस बीच पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि रविवार देर शाम केजरीवाल से पंजाब के 10 से 12 आप विधायक और प्रदेश पदाधिकारी मिलेंगे. इनमें वे नेता भी शामिल हैं जो शनिवार तक नाराजगी जताते हुए दिल्ली आकर केजरीवाल से मिलने को तैयार नहीं थे.

पंजाब में आप विधायक दल के नेता सुखपाल सिंह खैरा और प्रदेश अध्यक्ष भगवंत सिंह मान की नाराजगी के सवाल पर उन्होंने कहा कि पार्टी नेतृत्व ने इस मामले में विद्रोही नेताओं को दिल्ली विधानसभा के 28 मार्च तक चलने वाले बजट सत्र तक उनके रुख पर पुनर्विचार करने का मौका दिया है जबकि विधायकों को समझाने का दौर जारी है.

उल्लेखनीय है कि खैरा ने आप नेतृत्व द्वारा दिल्ली बुलाए जाने के प्रस्ताव को ठुकराकर केजरीवाल को ही चंडीगढ़ आकर मिलने की बात कल कहते हुए अपने रुख पर कायम रहने का साफ संकेत दे दिया था. इस बीच पार्टी हाईकमान के बुलाने पर आप के 20 में से मात्र तीन विधायकों अमरजीत सिंह, कुलतार सिंह और बलजिंदर कौर ने ही केजरीवाल से शनिवार को दिल्ली में मुलाकात की थी.

मनीष सिसोदिया के आवास पर होगी बैठक 

पार्टी नेताओं के मुताबिक सिसोदिया के आवास पर केजरीवाल की मौजूदगी में होने वाली आप विधायकों और प्रदेश पदाधिकारियों की आज बैठक में पंजाब इकाई के भविष्य की तस्वीर साफ हो जाएगी. इससे पहले पंजाब विधानसभा में आप विधायक दल के पूर्व नेता एच एस फुल्का ने पार्टी की राज्य इकाई को केंद्रीय नेतृत्व से पृथक स्वायत्तता की वकालत किए जाने से मुश्किलें बढ़ा दी.

फुल्का, खैरा और विधायक कंवर संधू ने रविवार को केजरीवाल के साथ होने वाली विधायकों की बैठक में शामिल होने से इंकार कर दिया है. समझा जाता है कि विधायकों से संजय सिंह सहित आप की केंद्रीय इकाई के अन्य नेता लगातार संपर्क में हैं. इनकी कोशिश दिल्ली विधानसभा के बजट सत्र खत्म होने तक पंजाब इकाई में टूट के खतरे को टालना है.