सामूहिक बलात्कार के आरोप में गिरफ्तार किए गए यूपी के पूर्व कैबिनेट मंत्री गायत्री प्रजापति के खिलाफ मंगलवार को लखनऊ के गौतमपल्ली थाने में धोखाधड़ी का एक और मामला दर्ज किया गया.
पुलिस सूत्रों ने बताया कि मेरठ के परतापुर निवासी राकेश प्रजापति ने गौतमपल्ली थाने में दी गई तहरीर में आरोप लगाया है. उन्होंने वर्ष 2015 के अंत में तत्कालीन परिवहन मंत्री गायत्री को अपने एक रिश्तेदार को नौकरी दिलाने के लिये छह लाख रुपए दिए थे. काम नहीं होने पर जब वह रुपए वापस मांगने गए तो गायत्री ने उन्हें धक्के मारते हुए बेइज्जत करके बाहर निकलवा दिया.
उन्होंने बताया कि इस मामले में मंगलवार को गायत्री के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया गया.
गायत्री प्रजापति तथा उनके छह अन्य साथियों पर एक महिला से सामूहिक बलात्कार और उसकी बेटी से छेड़खानी के आरोप में उच्चतम न्यायालय के निर्देश पर मुकदमा दर्ज किया गया था.
लुकाछिपी के लम्बे दौर के बाद उन्हें आखिरकार 15 मार्च को गिरफ्तार कर लिया गया था.
अखिलेश सरकार में काफी प्रभावशाली मंत्री रहे गायत्री ने इस बार भी अमेठी विधानसभा सीट से एसपी के टिकट पर चुनाव लड़ा था, लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा.