अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी ( एएमयू ) के पूर्व वीसी (सेवानिवृत्त) लेफ्टिनेंट जनरल जमीर उद्दीन शाह ने रविवार को कहा कि इस यूनिवर्सिटी के छात्र राष्ट्र विरोधी नहीं हैं और पाकिस्तान के समर्थन वाली भावना भी नहीं रखते हैं.
वीसी का यह बयान यूनिवर्सिटी परिसर में जिन्ना की एक तस्वीर को लेकर उपजे विवाद के बीच आया है.
पाकिस्तान के संस्थापक जिन्ना की तस्वीर विश्वविद्यालय के छात्र संघ के कार्यालय में होने की वजह से यूनिवर्सिटी में विरोध प्रदर्शन और हिंसा भड़क उठी थी. हिंसा के चार दिन बाद भी यूनिवर्सिटी के छात्र शैक्षणिक गतिविधियों का बहिष्कार करते हुए अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं.
शाह ने कहा कि अगर अलीगढ़ के सांसद सतीश गौतम ने यूनिवर्सिटी के अधिकारियों के सामने मुद्दे को उठाया था तो इस मामले को सौहार्दपूर्ण तरीके से सुलझाया जा सकता था. सांसद एएमयू कोर्ट के सदस्य भी हैं.
गौतम ने एएमयू के अधिकारियों को जो पत्र लिखा उसे साधारण पोस्ट से भेजा जिसे यूनिवर्सिटी पहुंचने में पांच दिन लग गए.
शाह ने कहा कि इस बीच सांसद ने इस पत्र को प्रेस और दक्षिणपंथियों में जारी कर दिया , जिससे यह मामला पेचीदा हो गया.