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मिशन 350 के लिए शाह की हुंकार: रामलीला मैदान से कार्यकर्ताओं में जोश भरने की कोशिश

अब सबकी नजरें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के समापन भाषण पर होंगी, जिसमें वो देशभर के कार्यकर्ताओं को 2019 की जीत का क्या मंत्र देंगे

Amitesh

दिल्ली के रामलीला मैदान में बीजेपी के राष्ट्रीय अधिवेशन में देशभर के पार्टी कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों का जमावड़ा लगा हुआ है. हालाकि अधिवेशन के दूसरे दिन 12 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने समापन भाषण में इन सभी कार्यकर्ताओं को अगले लोकसभा चुनाव के महासमर में उतरने के लिए गुरु-मंत्र देंगे, लेकिन, उसके पहले ही मंच पर मोदी समेत सभी बड़े नेताओं की मौजूदगी में पार्टी अध्यक्ष का भाषण इनके भीतर जोश भर दिया.

गरीब सवर्णों के आरक्षण बिल पर मोदी को धन्यवाद


शीतकालीन सत्र के खत्म होने के दो दिन बाद शुरू हुए इस अधिवेशन में बीजेपी नेताओं के चेहरे पर वो सुकुन झलक रहा था जो उनको आरक्षण बिल पर संशोधन को पास कराकर मिला है. पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने अपने अध्यक्षीय भाषण से पहले ही सवर्ण जाति के गरीब लोगों के लिए दस फीसदी आरक्षण बिल दोनों सदनों से पास कराने के मुद्दे को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का धन्यवाद किया.

इस मुद्दे का जिक्र होते ही रामलीला मैदान में मौजूद बीजेपी कार्यकर्ताओं की तरफ से तालियों की गड़गड़ाहट के बीच स्वागत किया गया. माहौल देखकर साफ लग रहा था कि बीजेपी का तीर सही निशाने पर लगा है, क्योंकि चुनाव से ठीक पहले इस मुद्दे पर अपने कोर वोटर रहे सवर्णों की नाराजगी दूर कर बीजेपी अब सुकुन महसूस कर रही है.

अभी एक दिन पहले जीएसटी काउंसिल की बैठक में 40 लाख रुपए तक सालाना कारोबार करने वाले छोटे व्यापारियों को जीएटी के झमेले से मुक्ति देने का फैसला किया गया है. इसके अलावा डेढ़ करोड़ तक सालाना टर्नओवर करने वाले व्यापारियों पर महज एक फीसदी ही जीएसटी लेने का फैसला किया गया है. पार्टी अध्यक्ष अमित शाह की तरफ से इस मुद्दे पर भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का धन्यवाद किया गया.

दरअसल, छोटे व्यापारी भी सवर्ण तबके की तरह बीजेपी के कोर वोटर रहे हैं, लिहाजा चुनाव से पहले उन्हें खुश कर सरकार ने एक बड़े तबके को अपने पाले में फिर से लाने की कोशिश की है.

बीजेपी का 2019 में लक्ष्य ‘मिशन 350’

रामलीला मैदान ‘एक बार फिर मोदी सरकार’ के नारे से गूंज रहा था. कार्यकर्ताओं के जोश देखकर अमित शाह ने यूपी समेत पूरे देश में फिर से परचम लहराने का दावा करते हुए कहा कि यूपी में हम 50 फीसदी लड़ाई के लिए तैयार हैं, इस बार हम 73 से बढकर 74 सीट जीतेंगे. शाह ने पूरे देश में 350 से ज्यादा सीटें जीतने का दावा करते हुए बीजेपी की तरफ से लक्ष्य निर्धारित किया.

राम मंदिर निर्माण में कांग्रेस डाल रही है बाधा!

अमित शाह ने अपने भाषण में मोदी सरकार की पांच साल की उपलब्धियों का जिक्र भी किया, लेकिन, उनके भाषण में राम मंदिर का जिक्र आते ही पूरा रामलीला मैदान राम नाम के नारे और मोदी-मोदी के नारे से गूंज उठा. अमित शाह के पूरे भाषण में सबसे ज्यादा ताली और नारे राम मंदिर का जिक्र होते ही लगा.

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शाह ने अपने अध्यक्षीय भाषण में अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को लेकर पार्टी का संकल्प फिर दोहराते हुए कांग्रेस पर मंदिर निर्माण की राह में रोड़े अटकाने का आरोप लगा दिया. उन्होंने कहा कि ‘बीजेपी चाहती है कि जल्द से जल्द अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण हो, हम जल्द से जल्द सुनवाई के लिए प्रयास कर रहे हैं, लेकिन, कांग्रेस एंड कंपनी सुनवाई में रोड़ा अटकाने का काम कर रही है.कपिल सिब्बल ने सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई टालने के लिए दलीलें दी.’ उन्होंने कहा कि ‘मैं आश्वस्त करना चाहता हूं कि संवैधानिक तरीके से भव्य राम मंदिर बनाने के लिए हम कटिबद्ध थे, हैं और आगे भी रहेंगे.’

कांग्रेस पर शाह का निशाना

कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की तरफ से राफेल में भ्रष्टाचार के मुद्दे और आर्थिक भगोड़ों को लेकर सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा जाता रहा है. शाह ने इस मुद्दे पर भी राहुल के ‘चौकीदार चोर है’ के नारे जवाब दिया. शाह ने कहा कि 'कुछ महीने से देखा जा रहा है कि विपक्ष आरोप लगा रहा है क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में बेदाग सरकार चली. अब उन्हें लगता है कि पांच साल पूरे होने को हैं और एक भी आरोप नहीं.ऐसे में वह आधारहीन आरोप लगा रहे हैं.'

बीजेपी अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि कांग्रेस शासनकाल में हर रक्षा सौदे में दलाली हुई, अब मिशेल मामा पकड़े गए हैं तो वो पसीना-पसीना हो रहे हैं. राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, 'कुछ समय से जो स्वयं जमानत पर हैं, जिन पर इनकम टैक्स का 600 करोड़ रुपए बकाया हो, ऐसे लोग पीएम मोदी पर भ्रष्टाचार के आरोप लगा रहे हैं.'

बीजेपी अध्यक्ष ने कटाक्ष करते हुए कहा कि चौकीदार की सबपर नजर है, तभी तो विजय माल्या, नीरव मोदी और मेहुल चौकसी जैसे देश छोड़ कर भाग रहे हैं.उन्होंने कहा कि यह बीजेपी की सरकार है, हमारी सरकार में किसी की भागीदारी नहीं है. चौकीदार सभी चोरों को पकड़ेगा. बस समय की बात है.

मोदी के चेहरा सबसे अहम

अमित शाह ने अपने अध्यक्षीय भाषण में एनआरसी से लेकर और कई मुद्दों पर विपक्ष को घेरा, पांच साल तक चली सरकार की सभी उपलब्धियों को भी गिनाया, लेकिन, उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की साफ-सुथरी छवि को फिर से सामने रखकर यह बताने की कोशिश की कि विपक्ष के पास न नेता है, न नीति है. लेकिन, हमारे पास मोदी हैं जो इस वक्त भारतीय राजनीति के केंद्र में हैं.

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अब सबकी नजरें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के समापन भाषण पर होंगी, जिसमें वो देशभर के कार्यकर्ताओं को 2019 की जीत का क्या मंत्र देंगे, लेकिन, उससे एक दिन पहले अमित शाह ने रामलीला मैदान के राष्ट्रीय अधिवेशन में पार्टी कार्यकर्ताओं में जोश भर दिया है.