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'मिशन छत्तीसगढ़' में लगे बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह, 65 सीटें जीतने का लक्ष्य

अमित शाह ने छत्तीसगढ़ के संतों के साथ दोपहर का भोजन किया और उनका आशीर्वाद भी लिया

Bhasha

भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने पार्टी कार्यकर्ताओं के आगे राज्य में विधानसभा चुनाव में 65 सीटें जीतने का लक्ष्य रखा है.

राज्य में भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने गुरूवार को बताया कि अपने तीन दिवसीय दौरे पर रायपुर पहुंचे शाह ने पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ बैठक की.


49 से बढ़ाकर 65 सीटों तक पहुंचाने पर है नजर

उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि 2018 में होने वाले विधानसभा चुनाव में 90 सीटों पर ध्यान केंद्रित करें और करीब 65 सीटों पर जीत सुनिश्चित करने के लिए 25 अक्टूबर, 2017 से 15 अगस्त, 2018 के लिए प्रतिदिन का लक्ष्य बनाएं. गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ विधानसभा में  भाजपा के पास फिलहाल 49 सीटें हैं.

नेताओं ने बताया कि राष्ट्रीय अध्यक्ष के इस निश्चय को पूरा करने के लिए बैठक में उपस्थित सभी कार्यकताओं और पदाधिकारियों ने संकल्प लिया. इस दौरान शाह ने संगठन प्रभारी को अधिक दौरे करने और जिला पदाधिकारियों से अपने दौरों के दौरान बूथ की संपूर्ण गतिविधियों की जानकारी लेकर उसे तेजी देने का निर्देश दिया.

भाजपा अध्यक्ष शाह तीन दिवसीय दौरे पर गुरुवार को रायपुर पहुंचे थे और 10 जून तक वह कई कार्यक्रमों और बैठकों में हिस्सा लेंगे. राज्य में अगले वर्ष विधानसभा चुनाव होने हैं और भाजपा एक बार फिर सरकार बनाने का प्रयास कर रही है.

मुख्यमंत्री समेत वरिष्ठ नेताओं ने की थी अगवानी

गुरुवार को रायपुर पहुंचने पर मुख्यमंत्री रमन सिंह, राष्ट्रीय सह-संगठन महामंत्री सौदान सिंह, प्रदेश अध्यक्ष धरमलाल कौशिक, अन्य वरिष्ठ नेताओं और कार्यकर्ताओं ने उनका स्वागत किया था.

उन्होंने बताया कि भाजपा प्रदेश कार्यालय कुशाभाउ ठाकरे परिसर में शाह ने पहली बैठक की. बैठक में कोर ग्रुप के सदस्य, सांसद-विधायक, भाजपा महामंत्री, नगर निगमों के महापौर, जिला पंचायतों के अध्यक्ष और निगम मंडल के अध्यक्ष उपस्थित हुए.

बैठक में शाह ने 110 दिन के अपने देशव्यापी दौरों के कार्यक्रम में तीन दिनों का छत्तीसगढ़ दौरे का मकसद कार्यकर्ताओं से संवाद और संगठन के ढांचे को किस प्रकार बढ़ाया जाए इस संबंध में विचार करना बताया.

भाजपा नेताओं ने बताया कि बैठक में लोगों को अपने विचार रखने के लिए भी प्रेरित किया गया. इस दौरान लगभग 40 प्रमुख कार्यकर्ताओं ने अध्यक्ष के सामने अपने सुझाव और प्रश्न रखे.

राज्य के संतों के साथ शाह ने की मुलाकात

शाह ने छत्तीसगढ़ के संतों के साथ दोपहर का भोजन किया और उनका आशीर्वाद लिया. उपस्थित संतों ने अध्यक्ष को बस्तर और सरगुजा वनांचल क्षेत्र में सड़क, शिक्षा और चिकित्सा क्षेत्र में बेहतरीन कार्य होने की जानकारी दी. शाह ने बैठक के द्वितीय सत्र में प्रदेश पदाधिकारी, जिलाध्यक्ष और जिला प्रभारियों के साथ संयुक्त बैठक की. इस दौरान उन्होंने पिछले विधानसभा चुनाव में हारे हुए मतदान केन्द्रों पर ध्यान केन्द्रित कर वहां नए सदस्य बनाने तथा उन बूथों में अलग कार्यकर्ता सम्मेलन आयोजित कर जनाधार बढ़ाने का कार्य करने के लिए कहा.

इसके बाद शाह ने भाजपा के सभी मोर्चा और प्रकोष्ठों की संयुक्त बैठक ली और कहा कि कार्यकर्ताओं को राजनीतिक कार्यों के साथ सामाजिक कार्यों में भी बढ़ चढ़कर हिस्सा लेना चाहिए. फिर उन्होंने 19 विभागों और 10 प्रकल्पों की बैठक ली.

पार्टी पूर्वजों की मेहनत का परिणाम है आज की सफलता

उन्होंने बताया कि शाह ने इस दौरान भारतीय जनसंघ से लेकर भारतीय जनता पार्टी की यात्रा का वर्णन किया और कहा कि आज मिली हुई बड़ी सफलता हमारे पुरखों के परिश्रम का नतीजा है.

शाह ने कहा कि सफलता आलस्य भी लाती है. लेकिन भारतीय जनता पार्टी का गठन राजनीतिक अकांक्षाओं की पूर्ति के लिए नहीं बल्कि एक संस्कारी, सशक्त और समृद्ध भारत के निर्माण के लिए हुआ है. इस लक्ष्य की प्राप्ति के लिए परिश्रम ही एक मात्र रास्ता है.

उन्होंने कहा कि इस पवित्र लक्ष्य की प्राप्ति शब्दों की चतुराई से नहीं बल्कि पसीना, परिश्रम और पुरूषार्थ से ही प्राप्त होती है. उन्होंने कार्यकर्ताओं से आह्वान किया कि लक्ष्य की प्राप्ति के लिए अपने-अपने विभागों के माध्यम से जुट जाएं.