भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने माना है कि उत्तर प्रदेश में बहुजन समाजवादी पार्टी (बीएसपी) और समाजवादी पार्टी (एसपी) का गठबंधन 2019 में पार्टी के लिए चुनौती साबित होगा. मोदी सरकार के चार साल पूरा होने के मौके पर उन्होंने लखनऊ में कहा कि अगर एसपी-बीएसपी गठबंधन कर चुनाव लड़ेंगी तो यह हमारे लिए एक चुनौती होगी. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि हम इस बात को लेकर आश्वस्त हैं कि रायबरेली या अमेठी में किसी एक सीट पर जीत जरूर हासिल करेंगे.
शाह ने विपक्षी पार्टियों पर कहा कि वे लोग 2014 में भी हमारे खिलाफ लड़े थे लेकिन हमें रोकने में नाकामयाब रहे थे. उन लोगों की अपने-अपने राज्यों में उपस्थिति है. अगर वे एकसाथ आते हैं तो भी वे हमें हरा पाने में सफल नहीं होंगे.
शाह ने कहा कि 2019 में भाजपा ऐसी अस्सी सीटें जीतेगी जहां वो बीते चुनाव में जीत हासिल नहीं कर सकी थी. उन्होंने कहा कि हमलोग ऐसी सीटों पर जीत हासिल करेंगे जो कि पूर्वोत्तर, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, तमिलनाडु, केरल और अन्य जगहों पर है.
अमित शाह ने इस बात को खारिज कर दिया कि इस साल के अंत में होने वाले मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान विधानसभा चुनाव से पहले पार्टी अपने मुख्यमंत्रियों को बदलेगी. उन्होंने कहा कि राजस्थान बीजेपी अध्यक्ष का चुनाव 26 मई के बाद कर लिया जाएगा.
हाल फिलहाल में बीजेपी के खिलाफ बयानबाजी करने वाले महाराष्ट्र के अपने सहयोगी शिवसेना के बारे में अमित शाह ने कहा कि हम अपने गठबंधन के पुराने सहयोगी से अलग नहीं होना चाहते हैं. अगर उनको अलग राह चुनना है तो हम कुछ नहीं कर सकते. उन्होंने इस बात को जोर देते हुए कहा कि बीजेपी 2019 में महाराष्ट्र में शिवसेना के साथ चुनाव लड़ेगी. हम उन्हें एनडीए से बाहर नहीं करना चाहते हैं. लेकिन, अगर वे बाहर जाते हैं, तो यह उनकी इच्छा है. हम हर स्थिति के लिए तैयार हैं.