यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव शुक्रवार को विधानसभा में पहुंचे. इस दौरान उन्होंने गौरक्षक, कानून व्यवस्था, गंगा सफाई और एंटी रोमियो अभियान पर सरकार को घेरने की कोशिश की.
उन्होंने कहा, सरकार के घोषणा पत्र, पीएम के भाषण और राज्यपाल के अभिभाषण किसे सच मानूं? किसानों के विषय पर सबने अलग-अलग बात कही है.
वहीं, लालू यादव पर हो रही कार्रवाई पर उन्होंने कहा कि जो बीजेपी से लड़ेगा उसके खिलाफ ऐसा ही होगा. सवाल करने वाले पत्रकार से उन्होंने कहा, 'तुम भी बच के रहना तुम हमारे ज्यादा करीबी हो.'
सरकार बनते ही रोमियो के पीछे पड़ गए
एंटी रोमिया अभियान पर तंज करते हुए उन्होंने कहा, ये लोग सरकार बनते ही रोमियो के पीछे पड़ गए. उनके नाम पर काफी कुछ कहा गया.
बेचारा रोमियो तो शरीफ था. उसने किसके लिए जान दे दी. एक दिन झाड़ू, दो दिन रोमियो और उसके बाद क्या? प्रधानमंत्री पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि वह जिनसे विदेश में हाथ मिलाते हैं, क्या वे उनके खाने-पीने के बारे में जानते हैं?
गाय बचाना नहीं नफरत फैलाना चाहते हैं
गौरक्षकों पर उन्होंने कहा, आपको तो सिर्फ एक ही जानवर से प्यार है. आप लोगों से सीखकर गौरक्षकों ने लोगों की जान ले ली. आप लोग समाज के अंदर जहर घोलने का काम करते हैं. आप गाय नहीं बचाना चाहते हैं, बल्कि नफरत फैलाना चाहते हैं.
प्रदेश की कानून-व्यवस्था को फेल
इससे पहले पत्नी डिंपल यादव के साथ एक सपेरे की बेटी की शादी में शिरकत करने कन्नौज पहुंचे अखिलेश यादव ने प्रदेश की कानून-व्यवस्था को फेल बताया.
उन्होंने मथुरा, बनारस, जालौन, और हरदोई में हुए अपराधों का जिक्र भी किया. इसके साथ ही अफसरों पर हो रहे हमले पर भी बीजेपी विधायकों और सांसदों पर आरोप लगाए.
उन्होंने कहा कि कानून व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए हमने 100 नंबर दी थी, लेकिन वे इसकी भी परवाह नहीं कर रहे हैं. लगता है कि 100 नंबर की जगह वह कोई दूसरा नंबर लाने वाले हैं.
खाते में 15 लाख के बयान पर ली चुटकी
प्रधानमंत्री के हर खाते में 15 लाख वाले बयान की चुटकी लेते हुए उन्होंने कहा, मैं कन्नोज के लोगों से कहूंगा कि वे अपने ज्यादा से ज्यादा अकाउंट खुलवा लें. ज्यादा अकाउंट होंगे तो खाते में ज्यादे पैसे आएंगे.
गंगा सफाई पर उन्होंने कहा कि जब तक गंगा में गिरने वाली नदियां साफ नहीं हो जाती गंगा साफ नहीं होगी. लखनऊ की सभी नदियों को गंगा से जोड़ें, जिससे उसमें भी पानी आ जाए. वैस हम गंगा के साफ होने का इंतजार कर रहे हैं.