उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने ‘गुजरात के गधों’ के प्रचार को लेकर शुरू हुई जुबानी जंग का जवाब दिया. उन्होंने गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपानी को कहा कि अब वे गधों के बारे में जानना ही नहीं चाहते.
अखिलेश ने चुनावी सभा में ‘गुजरात के गधों’ वाली बात पर गुजरात के मुख्यमंत्री के बयान का जिक्र करते हुए कहा ‘बहराइच में शेर भी हैं, चीता भी हैं.
कर्तनियाघाट में तो घड़ियाल भी हैं, मैं इस बात को बढ़ाना नहीं चाहता था. लेकिन गुजरात के मुख्यमंत्री कह रहे हैं कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री को हमारे गधों के बारे में पता नहीं है.
इस पर हम कहते हैं, 'हमें गधों के बारे में जानना भी नहीं है. हमें तो काम के बारे में बात करनी है.'
विजय रूपानी और अखिलेश में तू तू मैं मैं
मुख्यमंत्री ने 20 फरवरी को रायबरेली के चुनावी सभा में गुजरात सरकार के पर्यटन विभाग के टीवी विज्ञापन की तरफ इशारा कर बोले ‘एक गधे का विज्ञापन आता है.
उन्होंने कहा था, 'मैं सदी के महानायक अमिताभ बच्चन से अपील करता हूं कि वह गुजरात के गधों का प्रचार ना करें.'
इस पर गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपानी ने कहा था कि अखिलेश ने यह टिप्पणी करके गुजरात का अपमान किया है.
गुजरात पर्यटन के ब्रांड अंबेसडर अमिताभ ‘वाइल्ड ऐस सेंक्चुरी’ के टीवी विज्ञापन में गुजरात के कच्छ अभयारण्य में रहने वाले जंगली गधों की खूबियां गिनाते नजर आते हैं.