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यूपी विधानसभा चुनाव: मुलायम-अखिलेश के 'दंगल' की 10 बातें

मुलायम सिंह ने अखिलेश यादव और रामगोपाल यादव को 6 साल के लिए समाजवादी पार्टी से निकाला

Manish Kumar

समाजवादी पार्टी के सियासी दंगल में मुलायम सिंह ने आखिरी दांव चल दिया है. एसपी के अध्यक्ष मुलायम सिंह ने अखिलेश यादव और पार्टी महासचिव रामगोपाल यादव को पार्टी से 6 साल के लिए निकाल दिया है. दोनों पर अनुशासनहीनता और पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल रहने के आरोप में कार्रवाई की गई है.

समाजवादी पार्टी के 'दंगल' की 10 बड़ी बातें


अखिलेश-रामगोपाल को पार्टी निकाला

मुलायम सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अखिलेश यादव और रामगोपाल यादव को 6 साल के लिए पार्टी से निकालने का ऐलान किया. समस्या पैदा करने और पार्टी को कमजोर करने में अखिलेश भी रामगोपाल के साथ हैं, इसलिए दोनों को पार्टी से निष्कासित कर दिया गया है.

अखिलेश का भविष्य बिगाड़ रहे रामगोपाल

मुलायम ने कहा कि, रामगोपाल अखिलेश का भविष्य खराब कर रहे हैं, उन्होंने बिना हक पार्टी का राष्ट्रीय अधिवेशन बुलाने का ऐलान किया है. अखिलेश ये बात समझ नहीं पा रहे हैं.

यूपी का सीएम मैं तय करूंगा

मुलायम ने कहा कि, सीएम कौन होगा यह मैं तय करुंगा. उन्होंने रामगोपाल और अखिलेश की ओर से बुलाए सम्मेलन में हिस्सा लेने वाले को भी पार्टी से  निकाल देने की बात कही.

अखिलेश को मैंने मुख्यमंत्री बनाया

कौन बना रहा था इन्‍हें मुख्‍यमंत्री. हमने इन्‍हें सीएम बना दिया. आप बताओ किसी ने ऐसा काम किया. इतिहास में किसी ने बेटे को मुख्यमंत्री नहीं बनाया, लेकिन मैंने अखिलेश को यूपी का सीएम बनाया.

निर्विवाद होता है मुख्यमंत्री

मुख्यमंत्री तो निर्विवाद होता है. क्‍या हम सीएम नहीं रहे? मेरी इच्‍छा के खिलाफ भी बहुत काम हुआ.

समाजवादी पार्टी नहीं टूटने दूंगा

मैं क्‍या दौरा नहीं कर सकता. मेरा स्‍वास्‍थ्‍य ठीक है. ऐसे कहीं पार्टी भी नहीं चलती. मेरा मकसद पार्टी को बचाना है. मैं किसी हाल में पार्टी को नहीं टूटने दूंगा.

'मुलायम मुर्दाबाद' के गूंजे नारे 

मुलायम के फैसला सुनाने के बाद अखिलेश यादव के आवास पर जुटे उनके समर्थकों ने 'मुलायम मुर्दाबाद' की नारेबाजी की.

बिना गलती पार्टी से निकाला

रामगोपाल यादव ने कहा कि, बिना जवाब सुने किसी को पार्टी से निकालना गलत बात है. मुझे और अखिलेश को बिना किसी गलती के बाहर निकाला गया.

1 जनवरी को बुलाया कार्यकर्ता सम्मेलन

रामगोपाल यादव ने कहा कि, पार्टी का अध्यक्ष ही अगर असंवैधानिक काम करे तो सम्मेलन कौन बुलाएगा फिर?  मैं पार्टी कार्यकर्ताओं से 1 जनवरी को सुबह 11 बजे राम मनोहर लोहिया यूनिवर्सिटी पहुंचने की अपील करता हूं. पार्टी में जो लोग गलत कर रहे हैं उन्हें कैसा रोका जाए, इस पर यहां चर्चा होगी.

गरीबों का वोट मांगने में मेरी जरुरत

फैसले पर रामगोपाल यादव ने कहा कि, ये कहते हैं कि हमारा कोई योगदान नहीं, लेकिन जब गरीबों और गैर-यादवों के बीच वोट मांगने जाना होता है तो इन्हें मेरी ही जरुरत पड़ती है.