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अखिलेश यादव की प्रेस कॉन्फ्रेंस: मन की बात तो ठीक, कब होगी काम की बात!

अभी पूर्वांचल में चुनाव होने वाले हैं. ऐसे में केंद्र सरकार बताए कि वहां क्या काम हुए हैं

FP Staff

पत्रकारों को धन्यवाद देते हुए प्रेस कॉन्फ्रेंस की शुरुआत की. उत्तर प्रदेश का चुनाव बहुत अहम हैं. जनता के सवाल, जनता के मुद्दों पर खासकर लोकतंत्र में यह जनता के पास मौका होता है कि वह किसकी सरकार बनाएं.

उन्होंने कहा, 'मेरा मानना यह है कि अगर यह इतना बड़ा चुनाव है तो किस सरकार ने क्या काम किया है यह जनता जाने. कम से कम जनता को यह भरोसा है कि समाजवादी पार्टी की कथनी करनी में कोई फर्क नहीं है.'


मन की बात तो ठीक पर काम की बात कब होगी

मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, 'आपने कहा कि आप किसानों की आमदनी दोगुनी करना चाहते हैं.तीन साल बीत गए कितने किसानों की आमदनी दोगुनी हुई है. आप किसानों का कर्ज माफ करने की बात करते हैं.'

'आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मन की बात की. हम जानना चाहते हैं कि वो काम की बात कब करेंगे.'

उन्होंने बोला कि सरकार यूपी के किसानों का कर्ज माफ करने की बात करती है लेकिन महाराष्ट्र के किसानों का कर्ज माफ क्यों नहीं करते. मध्यप्रदेश के किसान, छत्तीसगढ़ के किसान भी कर्ज माफी का इंतजार कर रही है. ऐसा तो नहीं कि सरकार सिर्फ चुनाव की वजह से यूपी के किसानों को लुभा रही है.

किसानों ने समाजवादी सरकार ने काफी काम किए हैं. उन्होंने कहा, अभी पूर्वांचल में चुनाव होने वाले हैं. केंद्र सरकार बताए कि वहां क्या काम हुए हैं.

केंद्र सरकार को अपने कामों का हिसाब देना चाहिए. पांच साल न सही कम से कम उनकी सरकार जितने साल की है उतने दिनों का ही सरकार को हिसाब देना चाहिए.

राम मनोहर लोहिया का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, 'लोहिया ने कहा था कि जिंदा कौमें पांच साल तक का इंतजार नहीं करतीं.'

मायावती को दो टुक जवाब

पत्रकारों ने जब अखिलेश यादव से पूछा कि जब डिंपल यादव समाजवादी पार्टी की उम्मीदवार ऋचा सिंह के लिए समर्थन जुटाने इलाहाबाद की रैली में गईं तो कार्यकर्ताओं की वजह से उन्हें बहुत परेशानी उठानी पड़ी. इस पर बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने कहा कि समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता को शांत रखने के लिए डिंपल को भैया की धमकी देनी पड़ी.

इस सवाल के जवाब में अखिलेश ने कहा, 'भाभी ने अगर छोटे भाइयों को शांत रखने के लिए यह बोल दिया कि भैया को बताएंगे, इसमें क्या बुरा है. अगर बुआ को डर लग रहा हो तो उनके लिए 1090 नंबर हैं. उनको इस नंबर पर फोन लगाकर मदद मांगनी चाहिए.'

अखिलेश यादव ने कहा, 'हमारी सरकार ने जो काम किया है वह मैं बताने की कोशिश करता हूं और बताता भी हूं.'

उन्होंने कहा, जो प्रधानमंत्री ने काम किया है वह भी जनता को पता चलना चाहिए. काम की बहस, उपलब्धियों पर बहस वो किसी गांव में करवा लें या गंगा मैया के किनारे करवा लें तो और बेहतर है.

'क्योंकि आप ने ही कहा है कि मैं रमजान में ज्यादा बिजली देता हूं और दिवाली में कम. मैं यह बताना चाहता हूं कि काशी में अगर किसी ने सबसे ज्यादा बिजली दी है तो वह हमारी समाजवादी सरकार है.'

स्कीमों में भेदभाव का आरोप गलत

बीजेपी का आरोप है कि हम अपनी स्कीमों में भेदभाव करते हैं. हमने 18 लाख लैपटॉप बांटे है और 55 लाख महिलाओं को समाजवादी पेंशन दिया है वह भेदभाव है.18 लाख लैपटॉप किनको दिए गए हैं उनकी लिस्ट देख लीजिए.

अखिलेश यादव ने कहा, ' गोंडा में जो आपने कहा कि नकल यहां बहुत होती है. मैं कहूंगा कि जिन बच्चों को लैपटॉप दिया है, जिन बेटियों को कन्या विद्या धन दिया मिला है, मैं समझता हूं उनमें से कोई नकल से पास नहीं हुआ है.'

'मैं लैपटॉप और विद्या धन हासिल करने वाले बच्चों से कहूंगा कि उन पर नकल करने का आरोप लगाने वाले इन लोगों को वो चुनाव में सबक सिखाएं.'