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Ashutosh Quits AAP: राज्यसभा के बाद लोकसभा चुनाव में भी अधर में था भविष्य

आशुतोष राज्यसभा नहीं भेजे जाने से काफी नाराज थे और आगे का भविष्य अधर में लटकता दिखाई पड़ रहा था

Pankaj Kumar

स्वतंत्रता दिवस के दिन आम आदमी पार्टी से किनारा कर लेने की बात का ऐलान आखिरकार आशुतोष ने कर ही दिया. आशुतोष काफी दिनों से पार्टी से नाराज चल रहे थे और उन्होंने आज इस्तीफे का ऐलान कर साफ कर दिया है कि वो आम आदमी पार्टी से अपना नाता तोड़ रहे हैं.

सुत्रों के मुताबिक, आशुतोष पार्टी में किनारा किए जाने से काफी नाराज थे और काफी ठगा महसूस कर रहे थे. आशुतोष राज्यसभा नहीं भेजे जाने से काफी नाराज थे और आगे का भविष्य अधर में लटकता दिखाई पड़ रहा था.


पार्टी से जुड़े एक नेता के मुताबिक, ‘आशुतोष हाशिए पर धकेल दिए गए थे और उन्हें उनके कद के अनुसार कोई काम नहीं मिल पा रहा था. उन्हें अहसास हो चुका था कि राज्यसभा का मौका हाथ से निकल जाने के बाद वो लोकसभा चुनाव में भी कुछ कर नहीं पाएंगे क्योंकि पार्टी का जनाधार तेजी से खिसकता जा रहा है, इसलिए उन्हें अपना भविष्य अंधेरे में दिखाई पड़ने लगा था.’

वैसे सूत्रों का यह भी कहना है कि 3 महीने पहले पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल ने उन्हें मनाने की कोशिश की थी लेकिन आशुतोष को कुछ नहीं दिए जाने के कारण उनकी नाराजगी दूर नहीं हो पाई. इसलिए काफी पहले पीएसी को इस्तीफा भेजकर आशुतोष ने पार्टी पर दबाव भी बनाया लेकिन पार्टी ने उन्हें खास तवज्जो नहीं दी.

कहा जा रहा है कि आशुतोष अब वापस मीडिया में अपनी पारी की शुरूआत कर सकते हैं और एक ऑनलाइन मीडिया प्लेटफॉर्म से जुड़कर पत्रकारिता जगत में कदम रख सकते हैं. वैसे आशुतोष एक अखबार में भी अपना योगदान दे सकते हैं, ऐसी खबरें भी उनको सहयोगियों के जरिए सुनाई पड़ रही हैं.

आम आदमी पार्टी के संस्थापक रह चुके प्रशांत भूषण कहते हैं, ‘आशुतोष काफी समय से पार्टी में किनारे किए जा चुके थे और पार्टी के भीतर वो अपमानित किए जा रहे थे. जाहिर है पार्टी के भीतर स्वाभिमान से जीने वालों के लिए कोई जगह तो है नहीं, हां जो चमचागिरी में यकीन रखते हैं वही पार्टी में बने पाएंगे.’

आशुतोष ने अपने ट्विटर हैंडल के जरिए मीडिया से अपील की है कि उनकी निजता का सम्मान करते हुए इस बाबत उनसे कोई सवाल न पूछा जाए और वो खुद इस विषय पर कोई टिप्पणी नहीं करेंगे. उन्होंने पार्टी छोड़ने के पीछे बेहद निजी कारण बताए हैं.

उनसे जुड़े एक सहयोगी के मुताबिक, पार्टी छोड़ने की वजह भविष्य की चिंता के साथ-साथ आर्थिक तंगी भी है इसलिए मीडिया में लौटने की गुंजाइश कहीं ज्यादा है. जाहिर है मीडिया में लौटने से पहले सार्वजनिक ऐलान जरूरी हो गया था कि वो अब किसी पार्टी के सदस्य नहीं हैं.