view all

संसद की सुरक्षा चाक-चौबंद बनाने के लिए 9.21 करोड़ रुपए जारी

गृह मंत्रालय की ओर से जारी रकम को संसद परिसर के सुरक्षा उपकरणों के वार्षिक रख-रखाव पर खर्च किया जाएगा. इसमें सीसीटीवी कैमरे, एक्सेस कंट्रोल, व्यक्तियों और समान की जांच प्रणाली, वाहन स्कैनिंग प्रणाली और विस्फोट पदार्थ का पता लगाने वाले उपकरण शामिल हैं

Bhasha

संसद की सुरक्षा के लिए सरकार ने 9.21 करोड़ रुपए जारी किए हैं. गृह मंत्रालय ने संसद परिसर की एकीकृत सुरक्षा प्रणाली के व्यापक रखरखाव के लिए ये रकम जारी की है. यह जानकारी एक अधिकारी ने दी है.

गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि जारी की गई राशि संसद परिसर के सुरक्षा उपकरणों के वार्षिक रख-रखाव पर खर्च की जाएगी. इसमें सीसीटीवी कैमरे, एक्सेस कंट्रोल, व्यक्तियों और समान की जांच प्रणाली, वाहन स्कैनिंग प्रणाली और विस्फोट पदार्थ का पता लगाने वाले उपकरण शामिल हैं.


संसद पर 13 दिसंबर, 2001 को आतंकवादी हमला हुआ था. हथियारों से लैस पांच आतंकवादी जाली पास की मदद से स्टीकर लगी एक एक वाहन में संसद परिसर में घुस आए थे. ये सारे आतंकवादी आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े हुए थे. सुरक्षाबलों ने आतंकवादियों का कड़ा मुकाबला करते हुए सभी आतंकवादियों को मार गिराया था. इस मुठभेड़ में 8 जवान और एक माली की भी मौत हो गई थी.

इस हमले के बाद संसद की सुरक्षा में काफी इजाफा किया गया था. संसद परिसर के बाहर बड़ी संख्या में केंद्रीय बल के जवान तैनात किए गए और कई तरह के उच्च तकनीक वाले उपकरण जैसे बूम बैरियर्स और टायर बस्टर्स लगाने में लगभग 100 करोड़ रुपए खर्च किए गए.

मौजूदा समय में संसद की सुरक्षा में सीआरपीएफ, दिल्ली पुलिस और संसद के अपने सुरक्षाकर्मी तैनात रहते हैं.

संसद भवन के पूरे परिसर को बलुआ पत्थर की दीवारों और लोहे की ग्रिल की मदद से बंद कर दिया गया है.