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राफेल डील: पूर्व रक्षा मंत्री एके एंटनी बोले- एनडीए सरकार ने राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ समझौता किया

रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण का कहना है कि एचएएल के साथ 2014 से 2018 के दौरान 26 हजार करोड़ रुपए से अधिक के अनुबंध (कॉन्ट्रैक्ट) पर दस्तखत किए हैं

FP Staff

पूर्व रक्षा मंत्री और कांग्रेस नेता एके एंटनी ने राफेल डील को लेकर एनडीए सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा, 'एनडीए सरकार ने यूपीए डील की 126 मीडियम मल्टी रोल कॉम्बेट एयरक्राफ्ट को कम करके 36 कर दिया गया और राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ समझौता किया.'

इससे पहले राहुल गांधी ने भी सोमवार को राफेल मामले पर केंद्र सरकार को घेरा था. उन्होंने कहा था कि एचएएल पर रक्षामंत्री ने लोकसभा में झूठ बोला है. रक्षामंत्री ने पूरी कहानी सुनाई लेकिन जवाब नहीं दिया. वहीं पीएम पर हमला बोलते हुए राहुल ने कहा था कि पीएम डर की वजह से मेरे सामने नहीं आते. मोदी जी मुझसे बस 15 मिनट बहस कर लें.


गौरतलब है कि राफेल पर लगातार हंगामा जारी है. कांग्रेस, मोदी सरकार पर इस मुद्दे को लेकर गंभीर आरोप लगा रही है. 2019 के चुनावों से पहले राफेल एक बड़ा मुद्दा बनकर उभरा है.

रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण का कहना है कि एचएएल के साथ 2014 से 2018 के दौरान 26 हजार करोड़ रुपए से अधिक के अनुबंध (कॉन्ट्रैक्ट) पर दस्तखत किए हैं. साथ ही 73 हजार करोड़ रुपए के अनुबंध पाइपलाइन (प्रक्रिया) में हैं. इसलिए लोकसभा में दिए उनके बयान पर संदेह खड़ा करना ‘गलत और गुमराह’ करने वाली बात है.

सोमवार को लोकसभा में शून्यकाल शुरू होने पर निर्मला ने कहा कि उनके बयान की पुष्टि खुद एचएएल की ओर से की गई है. उन्होंने कहा कि 2014 से

2018 के दौरान एचएएल ने 26,570.8 करोड़ रुपए के अनुबंध पर हस्ताक्षर किए हैं और 73,000 करोड़ रुपए के अनुबंध पाइपलाइन में हैं. इस तरह एचएएल के पास कुल 1 लाख करोड़ रुपए के अनुबंध हैं.

इससे पहले राहुल ने रविवार को कहा था कि राफेल पर प्रधानमंत्री के झूठ का बचाव करने के लिए रक्षा मंत्री ने संसद में झूठ बोला. कल रक्षामंत्री संसद में एचएएल को एक लाख करोड़ रुपए का ऑर्डर देने का दस्तावेज पेश करें या इस्तीफा दें.

कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर आरोप लगाया था कि उन्होंने अपने सूट-बूट वाले दोस्तों की मदद करने के लिए HAL

को कमजोर किया है.