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मणिपुर विश्वविद्यालय: आधी रात को पुलिस की रेड में 90 छात्रों को गिरफ्तार किया गया

छापे के दौरान हुई झड़प में पुलिस ने छात्रों को नियंत्रित करने के लिए आंसू गैस गोले छोड़े. इसमें कई छात्र घायल हो गए और कई डरकर हॉस्टल से भाग गए हैं

FP Staff

गुरुवार आधी रात को मणिपुर विश्वविद्यालय के पुरुष छात्रावास में पुलिस ने छापेमारी की. इस कार्रवाही में कम से कम 90 छात्रों हिरासत में ले लिया गया है. इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक पांच फैक्ल्टी मेंबर्स को भी हिरासत में लिया गया है. गिरफ्तार लोगों में मणिपुर यूनिवर्सिटी स्टूडेंट्स यूनियन (एमयूएसयू) के अध्यक्ष समेत कई शीर्ष पदाधिकारी शामिल हैं. स्टूडेंट्स यूनियन के अध्यक्ष वाइस चांसेलर ए पी पांडे के खिलाफ कुप्रबंधन और वित्तीय अनियमितताओं के आरोपों की जांच की मांग की अगुवाई कर रहे थे.

छापे के दौरान हुई झड़प में पुलिस ने छात्रों को नियंत्रित करने के लिए आंसू गैस गोले छोड़े. इसमें कई छात्र घायल हो गए और कई डरकर हॉस्टल से भाग गए हैं. घटना के बाद इम्फाल के कई हिस्सों में मोबाइल इंटरनेट सेवाओं को निलंबित कर दिया गया है. इम्फाल वेस्ट के पुलिस अधीक्षक जोगेशचंद्र हाओबिजम ने कहा कि प्रो वाइसचांसेलर के यूगीन्द्रो सिंह द्वारा छात्रों के खिलाफ उनसे बदतमीजी के शिकायत सिंगजमेई पुलिस स्टेशन में दर्ज कराए जाने के बाद की गई.


पुलिस के पास छात्रों की एक लिस्ट थी:

10 सितंबर को सिंह को पांडे के खिलाफ 'छात्रों और शिक्षकों द्वारा लंबे समय से चले आ रहे आंदोलन' की वजह से एचआरडी मंत्रालय द्वारा निलंबित कर देने के बाद सिंह को नियुक्त किया गया था. पांच हॉस्टल में से एक के केयरटेकर ने कहा कि कमांडो समेत पुलिस के एक बड़ा दल हॉस्टल में दाखिल हुआ और छात्रों को बाहर कर दिया. उन्होंने कहा कि छात्रों ने पुलिस की इस बर्बरता के खिलाफ विरोध किया था. नाम न बताने की शर्त पर केयरटेकर ने कहा कि, 'सबकुछ एकदम अचानक हुआ. यह साफ नहीं था कि आखिर पुलिस ने हॉस्टल में छापा क्यों मारा, लेकिन उनके पास छात्रों की एक लिस्ट थी.'

इसके कारण छात्रों की स्नातकोत्तर की सेमेस्टर परीक्षा भी बाधित हुई.