नागपुर में बुधवार को नौ राजनीतिक पार्टियों ने मिलकर महाराष्ट्र से अलग विदर्भ को नया राज्य बनाने की आवाज उठाई. इन सभी नौ दलों ने आगामी लोकसभा और विधानसभा चुनावों में इस मुद्दे को केंद्र में रखकर एक साथ चुनावी मैदान में उतरने के लिए तैयारी करने लगे हैं.
नागपुर में दो दिवसीय बैठक में इन सभी नौ दलों में इस बात पर सहमति हुई कि इसके लिए हम महाराष्ट्र सरकार और केंद्र सरकार पर दबाव बनाया जाए और इसके साथ ही आगामी चुनाव में एकजुट होकर आगामी लोकसभा और विधानसभा के चुनावी मैदान में अपनी ताकत का एहसास कराया जाए.
वर्ष 2014 के आम चुनाव में विदर्भ को अलग राज्य बनाने का वादा कर महाराष्ट्र में 44 सीट जीतने वाली बीजेपी अपने वादे से मुकरने लगी है. अब बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह का कहना है कि उनकी पार्टी के एजेंडे में विदर्भ राज्य है ही नहीं. दो दिवसीय बैठक में इन नौ दलों ने संयुक्त रूप से बीजेपी का विरोध का निर्णय लिया है. बैठक को संबोधित करते हुए विदर्भ राज्य अघाड़ी का नेतृत्व करने वाले शिहारी अनेय ने कहा कि हम कांग्रेस को भी बीजेपी के साथ-साथ सबक सिखाएंगे. इन दोनों पार्टियों ने विदर्भ कुछ नहीं दिया है.