बहुत माथापच्ची के बाद खबर है कि मध्य प्रदेश में नए सीएम का चेहरा चुन लिया गया है. खबर है कि अब तक सीएम की रेस में चल रहे ज्योतिरादित्य सिंधिया ने खुद प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ को सीएम बनाने का प्रस्ताव दिया है.
इसके बाद कांग्रेस के पांच सदस्यीय डेलीगेशन ने राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से मिलकर राज्य में सरकार बनाने का दावा पेश किया. कांग्रेस की ओर से गवर्नर से मिलने सिंधिया, कमलनाथ सहित दिग्विजय सिंह भी पहुंचे.
खास बात है कि सिंधिया ने खुद कमलनाथ का नाम प्रस्तावित किया है, जबकि राज्य में खुद उनके नाम की दावेदारी पर जोर दिया जा रहा था. सिंधिया ने भी अपनी तरफ से कोई संकेत नहीं दिया था कि अपनी दावेदारी पर उनका क्या रुख है. लेकिन उनके एक बयान से लगा कि वो खुद को इस रेस से बाहर मानकर नहीं चल रहे हैं. दरअसल, सिंधिया ने न्यूज18 से कहा था कि अगर उन्हें सीएम बनने का मौका दिया जाता है, तो ये उनके लिए बहुत सम्मान की बात होगी.
बता दें कि कांग्रेस के सभी बड़े नेता बुधवार दिन में राज्यपाल आनंदी बेन पटेल से सरकार बनाने का दावा करने वाली चिट्ठी लेकर मिलने पहुंचे थे. लेकिन पटेल ने कहा कि कांग्रेस जब तक सीएम के लिए अपना चेहरा नहीं चुनती, वो सरकार बनाने के लिए न्योता नहीं देंगी.
अब जब कांग्रेस ने अपना सीएम चुन लिया है तो अब इस पर नजरें होंगी कि कैबिनेट में किसे, कौन सी जगह मिलती है. खबर है कि कांग्रेस राज्य में 14 दिसंबर तक शपथ ग्रहण समारोह संपन्न करवा लेना चाहती है.