नवरात्रि के मौके पर मां दुर्गा मंदिरों को आकर्षक ढंग से सजाया जाता है और मां के दरबार में माथा टेकने वाले भक्तों का विशेष ध्यान रखा जाता है.
मां भवानी को सजाने, मंदिरों की सजावट, साफ-सफाई और भीड़ को नियंत्रित करने के बाद मंदिर समितियों ने पंडाल भक्तों के लिए खोल दिए थे.
कोलकाता और पूरे पश्चिम बंगाल में आयोजित होने वाले दुर्गा पूजा महोत्सव सबसे लोकप्रिय होते हैं.
नवरात्रि के प्रारंभ को लेकर कई मान्यताएं हैं. एक मान्यता यह है कि सबसे पहले शारदीय नवरात्रों की शुरुआत भगवान राम ने समुद्र के किनारे की थी. लगातार नौ दिन के पूजन के बाद भगवान राम रावण पर विजय प्राप्त करने के लिए गए थे.
मां दुर्गा की आराधना से असंभव कार्य भी संभव हो जाते हैं, समस्त पापों का नाश होता है, सुख-सौभाग्य की प्राप्ति होती है और हर मनोकामना पूर्ण होती है.