जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद का निधन इस साल 7 जनवरी को हुआ. वह देश के पहले मुस्लिम गृह मंत्री बने थे. सईद जम्मू-कश्मीर के दो बार मुख्यमंत्री भी रहे. 2015 में बीजेपी के साथ गठबंधन कर मुफ्ती ने दूसरी बार मुख्यमंत्री का कार्यभार संभाला था. बुखार और छाती में संक्रमण के चलते उन्हें दिल्ली के एम्स अस्पताल में भर्ती कराया गया था. लेकिन वो हमारे बीच नहीं रहे.
हिंदी के मशहूर कहानीकार और साहित्यकार रवींद्र कालिया का इस साल 9 जनवरी को निधन हुआ. वह लंबे समय से लीवर की बीमारी से जूझ रहे थे. उन्होंने गंगाराम सिटी अस्पताल में अंतिम सांस ली. उन्हें कई साहित्य पुरस्कारों से सम्मानित किया गया. उनकी रचनाएं देश-विदेश के कई विश्वविद्यालयों में शामिल हैं. उनकी ‘नौ साल छोटी पत्नी’ कहानी काफी चर्चित हुई.
मशहूर शायर और गीतकार निदा फाजली का इंतकाल इस साल 8 फरवरी हो गया. उनकी उम्र 78 वर्ष थी. दिल का दौरा पड़ने से निदा को अस्पताल में भर्ती कराया गया लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका. 'होश वालों को खबर क्या' और 'इस तरह से' जैसी गजलों से लोगों के दिल में जगह बनाने वाले निदा का पूरा नाम मुकतिदा हसन निदा फाजली था. निदा ने बॉलीवुड में पहली बार अपनी कलम की ताकत धर्मेंद्र और हेमा मालिनी अभिनीत फिल्म रजिया सुल्तान में दिखाई. तेरा हिज्र मेरा नसीब है उनका पहला बॉलीवुड गाना था.
मुक्केबाज मोहम्मद अली का 74 साल की उम्र में 3 जून को अमेरिका के फीनिक्स में निधन हो गया. 6 फीट 3 इंच लंबे अली ने अपने करियर में 61 फाइटें लड़ी और 56 जीतीं इनमें से 37 का फैसला नॉकआउट में हुआ. अली ने 12 साल की उम्र में बॉक्सिंग ट्रेनिंग शुरू की थी और सिर्फ 22 साल की उम्र में 1964 में सोनी लिस्टन को हराकर उलटफेर करते हुए वर्ल्ड हैवीवेट चैंपियनशिप जीत ली थी.
मशहूर लेखिका और समाज के दबे कुचले लोगों की पैरोकार महाश्वेता देवी का 28 जुलाई को निधन हो गया. उनकी उम्र 91 साल थीं. महाश्वेता देवी लंबे समय से उम्र संबंधी समस्याओं से पीड़ित थीं. उन्हें गुर्दे और रक्त संक्रमण की समस्या थी. उनकी चर्चित किताबों में हज़ार चौरासी की मां, ब्रेस्ट स्टोरीज़ हैंं.
अपनी पीढ़ी के सबसे दूरदर्शी कलाकारों में शामिल दिग्गज संगीतकार और कवि लियोनार्ड कोहेन का 7 नवंबर को निधन हो गया है. वह 82 साल के थे. कोहेन संगीत जगत में कदम रखने से पहले कवि थे. उन्होंने ‘‘हैललूय’’ समेत पीढ़ी के सबसे चिंतनशील गीत लिखे. उनका आखिरी एलबम‘यू वॉन्ट इट डार्कर’पिछले महीने ही जारी हुआ था.
गुरिल्ला क्रांतिकारी और कम्युनिस्ट नेता फिदेल कास्त्रो का इस साल 26 नवंबर को निधन हो गया. कास्त्रो फरवरी 1959 से दिसम्बर 1976 तक क्यूबा के प्रधानमंत्री और फिर क्यूबा की राज्य परिषद के अध्यक्ष (राष्ट्रपति) रहे, उन्होंने फरवरी 2008 में अपने पद से इस्तीफा दिया. फिलहाल वे क्यूबा की कम्युनिस्ट पार्टी के प्रथम सचिव थे.
तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जयललिता का पांच दिसंबर को निधन हो गया. उन्होंने इसी साल हुए विधानसभा चुनावों में ऐतिहासिक जीत दर्ज की और लगातार दूसरी बार मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठकर एक नया रिकॉर्ड बनाया था. जनता में बेहद लोकप्रिय नेता रहीं जयललिता ने दक्षिण भारतीय फ़िल्मों में अभिनय भी किया था. जया 8 बार विधानसभा का चुनाव लड़ने और एक बार राज्यसभा के लिए मनोनीत होने के अलावा चार बार तमिलनाडु की मुख्यमंत्री बनी थी.