मुंबई रेलवे स्टेशन पर चंद्र ग्रहण का नजारा. 1866 के बाद पहली बार ऐसा संयोग बन रहा है, जब ब्लू मून, ब्लड मून और सुपर मून एक साथ देखे जाएंगे. वैज्ञानिकों और खगोलशास्त्रियों के लिए यह एक आकाशीय घटना है.
सुपर ब्लू मून के दौरान यह तस्वीर बेंगलुरु में खींची गई है. इस चंद्रग्रहण पर पूर्ण चंद्रमा दिखेगा और जब ऐसा होता है तो चांद की निचली सतह से नीले रंग की रोशनी बिखरती है. आप तस्वीर में भी यह नजारा देख सकते हैं.
कोलकाता में चंद्रग्रहण के दौरान कुछ यूं दिखा चांद. सूतक ग्रहण से 9 घंटे पहले लगता है. ग्रहण सूतक समय प्रातः 8:20 ग्रहण स्पर्श : सायं काल 5:20 ग्रहण मध्य : सायं काल 7:05 ग्रहण मोक्ष रात्रि 8:45 है.
ब्लू मून के दौरान कुछ यूं दिखा चंद्रमा. यह नजारा था मनीला फिलीपींस का. ब्लू मून के दौरान चांद की निचली सतह से नीले रंग की रोशनी बिखरती है. अगला ब्लू मून साल 2028 और 2037 में देखने के मिलेगा.
लॉस एंजेलिस में हॉलीवुड हिल्स के पास ब्लड मून का नजारा. आइए बताते हैं कि आखिर क्या होता है ब्लड मून पृथ्वी की छाया जब पूरे चांद को ढक देती है उसके बाद भी सूर्य की कुछ किरणें चंद्रमा तक पहुंचती हैं. लेकिन चांद तक पहुंचने के लिए उन्हें धरती के वायुमंडल से गुजरना पड़ता है. इसके कारण सूर्य की किरणें बिखर जाती हैं. इसे आप तस्वीर में भी देख सकते हैं.
न्यूयॉर्क में स्टैचू ऑफ़ लिबर्टी पर भी चंद्र ग्रहण का असर दिखा. 2018 के पहले चंद्र ग्रहण में चंद्रमा सामान्य रुप से 14 प्रतिशत बड़ा और 30 प्रतिशत ज्यादा चमकदार दिखा.
दिल्ली के इंडिया गेट पर सुपर ब्लू और ब्लड मून. जब चांद और धरती के बीच में दूरी सबसे कम हो जाती है. इसके साथ ही पृथ्वी, चंद्रमा और सूर्य के बीच में आ जाती है, जिसके बाद चांद की चमक शबाब पर होती है. इसे 'सुपर मून' कहते हैं.