मुंबई. एनआईए की मुंबई शाखा ने स्थानीय पुलिस की सहायता से शनिवार सुबह जाकिर नायक के इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन के 10 जगहों पर छापेमारी की है. इससे पहले शुक्रवार को एनआईए ने जाकिर नायक और अन्य लोगों पर यूएपीए के सेक्शन 10, 13 और 18 के तहत और आईपीसी की धारा 153 ए के तहत मुकदमा दर्ज किया था.
विवादित इस्लामिक उपदेशक जाकिर नायक पर दो धर्मों के बीच दुश्मनी पैदा करने, सौहार्द-शांति को भंग करने और भड़काऊ भाषण देने का आरोप है. इसके साथ-साथ उन पर आतंकी गतिविधियों को बढ़ावा देने का भी आरोप है. जाकिर नायक के उपदेश पीस टीवी पर प्रसारित होते थे. जिसमें नायक के इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन का भी हिस्सा है. यह एफआईआर जाकिर नायक के पीस टीवी पर प्रसारित भाषणों की जांच करने के बाद दर्ज किया है.
जाकिर नायक का नाम सबसे पहले तब सामने आया था, जब 20 जुलाई को ढाका, बांग्लादेश के एक कैफे पर हमला करने वाले आतंकियों ने जाकिर नायक के भाषण से प्रभावित होने का खुलासा किया था. इस हमले में 20 लोग मारे गये थे.
मुंबई के कुछ युवकों ने भी नायक के भाषण से प्रभावित होकर आईएसआईएस से जुड़ने की बात कही थी. सरकार ने इसी हफ्ते नायक के इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन पर 5 साल के लिए प्रतिबंध लगा दिया है. इससे पहले नायक की इस संस्था के विदेशी फंडिंग पर भी रोक लगा दी गई थी.
जाकिर नायक फिलहाल अपनी संभावित गिरफ्तारी से बचने के लिए विदेश में हैं. नायक को भड़काऊ भाषण देने के आरोप में कई देशों ने पहले से ही उन्हें बैन कर रखा है.