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पंजाब की गॉडमदर्स: चंडीगढ़ में महिलाएं चला रही हैं ड्रग्स का खतरनाक कारोबार

पिछले हफ्ते चंडीगढ़ में एक 23 साल के युवक की मौत हो गई थी. युवक का नाम दीपिंदर मलिक था वो हरियाणा के हिसार का रहने वाला था

FP Staff

पिछले हफ्ते चंडीगढ़ में एक 23 साल के युवक की मौत हो गई थी. युवक का नाम दीपिंदर मलिक था वो हरियाणा के हिसार का रहने वाला था. दीपिंदर की मौत ड्रग ओवरडोज के कारण हुई. पिछले एक महीने में मोहाली में ड्रग ओवरडोज के कारण तीन युवकों की मौत हो चुकी है. ऐसे में एक सवाल ये उठना लाजमी है कि नशे की दुनिया में डूबते युवा को आखिर नशे का ये सारा समान मिलता कहां से है?

सारे आदतन अपराधी 


इसका जवाब कहीं और नहीं चंडीगढ़ की सड़कों पर ही मिल जाता है. इंडियन एक्सप्रेस पर छपी खबर के मुताबिक, दीपिंदर की मौत के पीछे ड्रग बेचने वाली 49 साल की महिला का हाथ बताया जा रहा है. बाला उन 46 महिलाओं में से एक है, जिन पर चंडीगढ़ में ड्रग का धंधा करने के मामले दर्ज हैं. पुलिस ने इन महिलाओं को आदतन अपराधी घोषित किया है.

40 साल से चंड़ीगढ़ में है इनकी पकड़

कमला (53), बिमला (61), निम्मो (40), बानो (52), सुनिता (42) और कौनी देवी ड्रग बेचने वाली वो महिलाए हैं, जिन पर ड्रग्स का धंधा करने के कई मामले दर्ज हैं. इस वक्त कमला, बिमला, बाला और सुनिता बेल पर हैं, जब कि निम्मो और कौनी जेल की सलाखों के पीछे हैं. सूत्रों के मुताबिक, कमला, बिमला और बाला एक ही परिवार की हैं और राजस्थान के किसी समुदाय से हैं. वो करीब 40 साल पहले चंडीगढ़ आईं थी और बाद में उन्हें आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के (EWC) होने के चलते सेक्टर 38 में दादूमाजरा कॉलोनी में घर मिल गया था.

इनके बच्चे भी खूब बढ़ा रहे नशे के धंधे को आगे

इन महिलाओं के बच्चे भी ड्रग के कारोबार में इनका पूरा साथ दे रहे हैं. बिमला के बेटे सोनू पर भी ड्रग का धंधा करने के मामले दर्ज हैं. साथ ही बानो की एक बेटी भी नशे के आदि हो चुके लोगों तक ड्रग्स पहुंचाने को लेकर पुलिस के राडार में है. पुलिस का कहना है कि इन छह महिलाओं के अलावा 40 और महिलाएं ड्रग्स के कारोबार में शामिल हैं. इन महिलाओं को हीरोइन, स्मैक, अफीम और बुपेरेनॉर्फिन और फेनिरामाइन के इंजेक्शन के इंजेक्शन जैसे नशीले पदार्थ बेचने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था.

क्या बताते हैं आंकड़े

पुलिस के आंकड़ों के मुताबिक, 2016 में 17 महिलाओं समेत 157 लोग गिरफ्तार किए गए थे. 2017 में 20 महिलाओं समेत 244 लोग गिरफ्तार किए गए. वहीं 2018 में अब तक 9 महिलाओं समेत 114 लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं.