उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य में पिछली कई संदिग्ध रेल दुर्घटनाओं के मद्देनजर गुरुवार को महोबा रेल दुर्घटना की वजह पता लगाने के लिए कहा है.
राज्य सरकार के प्रवक्ता ने कहा, ‘इस दुर्घटना की व्यापक छानबीन रेल मंत्रालय अपने स्तर से कराएगा लेकिन प्रदेश में पिछली कई संदिग्ध रेल दुर्घटनाओं को देखते हुए मुख्यमंत्री ने प्रमुख सचिव को दुर्घटना के कारणों की जानकारी प्राप्त कर उन्हें अवगत कराने के निर्देश दिए हैं.’
आगे बताते हुए प्रवक्ता ने कहा, ‘मुख्यमंत्री ने इन दोनों अधिकारियों से यह भी अपेक्षा की है कि घायलों के इलाज एवं राहत तथा बचाव कार्य में हरसम्भव मदद उपलब्ध कराई जाए.’
योगी ने महोबा ट्रेन दुर्घटना को दुखद बताते हुए घायल यात्रियों के समुचित इलाज के निर्देश दिए है. उन्होंने गम्भीर रूप से घायलों के लिए पचास-पचास हजार रुपए तथा मामूली रूप से घायलों के लिए पच्चीस-पच्चीस हजार रुपए की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की.
घायलों के इलाज पर योगी का जोर
मुख्यमंत्री ने दुर्घटना की सूचना मिलते ही घायलों के समुचित इलाज की व्यवस्था, राहत और बचाव कार्य पर निगाह रखने के लिए प्रदेश के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह को मौके पर पहुंचने के लिए कहा है.
योगी ने चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सचिव अरुण कुमार सिन्हा को भी विभागीय मंत्री के साथ दुर्घटनास्थल पर पहुंचकर घायलों के मुकम्मल इलाज की व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं.
उल्लेखनीय है कि इससे पहले 2016 में कानपुर के पास रूरा में अजमेर-सियालदह एक्सप्रेस के 15 डिब्बे पटरी से उतर चुके हैं. इस दुर्घटना में 60 से अधिक लोग घायल हो गए थे. इंदौर-पटना एक्सप्रेस के 14 डिब्बे भी 2016 में ही कानपुर के निकट पुखरायां में पटरी से उतर चुके हैं. इस हादसे में 150 से अधिक लोगों को जान गंवानी पड़ी थी और 200 अन्य घायल हो गए थे.