उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने मदरसों में उर्दू के अलावा अंग्रेजी और हिंदी माध्यम में पढ़ाना अनिवार्य करने के लिए एक आदेश पारित किया है. मदरसों से स्कूलों के लिए तय एनसीईआरटी सिलेबस का पालन करने के लिए भी कहा गया है. इसके अलावा, मदरसा के सिलेबस में विज्ञान, गणित, अंग्रेजी, हिंदी और सामाजिक विज्ञान जैसे विषयों को भी शामिल किया जाएगा.
न्यूज-18 की खबर के मुताबिक, उत्तर प्रदेश सरकार के प्रवक्ता ने बताया कि अरबी-फारसी उर्दू मदरसा बोर्ड ने 15 मई की बैठक में सुझाव दिया था कि सभी मदरसों को उर्दू के साथ अंग्रेजी और हिंदी में भी पढ़ाना चाहिए. उन्होंने कहा कि कैबिनेट ने बोर्ड के सुझाव को मंजूरी दे दी है. पहले मदरसों में सिर्फ उर्दू में पढ़ाई होती थी.
इसी साल जनवरी में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि मदरसों को बंद करने से मुस्लिम समुदाय का भला नहीं हो सकता. फिलहाल इनका आधुनिकीकरण समय की मांग है. उन्होंने कहा कि हमें इन्हें आधुनिक बनाने पर ध्यान देना चाहिए. संस्कृत स्कूलों को भी ऐसा ही करना चाहिए.