मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सूबे की प्राइमरी, सेकेंडरी और हायर एजुकेशन के संबंध में एक मीटिंग की और इनसे जुड़े अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए.
स्कूलों में दी जाए नैतिक शिक्षा
योगी का कहना है कि महापुरुषों से जुड़े दिवसों पर संबंधित महापुरुष के व्यक्तित्व, कृतित्व और समाज के प्रति उनके योगदान की जानकारी छात्रों को दी जाए. साथ ही स्कूलों में नैतिक शिक्षा दी जाए और सांस्कृतिक कार्यक्रम भी कराए जाएं.
बुधवार को एक कार्यक्रम में योगी ने बताया, ‘प्रदेश के छात्रों को अच्छी और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा दी जानी चाहिए, जिससे बच्चे भविष्य में प्रदेश और देश के विकास में अपना योगदान दे सकें. अच्छी शिक्षा के बगैर कोई भी समाज व देश प्रगति नहीं कर सकता है, इसलिए राज्य की नई सरकार प्राइमरी, सेकेंडरी और हायर एजुकेशन पर पूरा ध्यान केंद्रित कर रही है.’
विदेशी भाषाओं को भी बनाया जाए पाठ्यक्रम का हिस्सा
उन्होंने प्राइमरी एजुकेशन सिस्टम में सुधार की आवश्यकता जताते हुए कहा, ‘इस स्तर पर अंग्रेजी और संस्कृत भाषाओं पर विशेष जोर दिया जाए. सेकेंडरी एजुकेशन में हिंदी, अंग्रेजी और संस्कृत भाषाओं के साथ विदेशी भाषाओं को भी पाठ्यक्रम का हिस्सा बनाया जाए.’
योगी ने बताया कि शिक्षा और नकल माफियाओं के प्रति सख्ती बरते जाने के लिए उन्होंने निर्देश दिए हैं. उन्होंने बताया कि प्राइमरी, सेकेंडरी और हायर एजुकेशन से जुड़े विभागों को बताए गए निर्देशों के क्रम में अपने वर्क प्लान बनाकर देने के निर्देश दिए हैं.