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जितना माना जाता है, उतना सुरक्षित नहीं है योग: रिसर्च

इस प्राचीन भारतीय पद्धति के कारण मांसपेशी तथा हड्डी में दर्द हो सकता है

Bhasha

योग शायद उतना भी सुरक्षित नहीं जितना की माना जाता है. ऐसा उन  शोधकर्ताओं का कहना है कि जिन्होंने पाया है कि इस प्राचीन भारतीय पद्धति के कारण मांसपेशी तथा हड्डी में दर्द हो सकता है, यही नहीं इसके कारण पहले से लगी चोटें और गंभीर रूप धारण कर सकती हैं.

जर्नल ऑफ बॉडीवर्क ऐंड मूवमेंट थेरेपीज में प्रकाशित रिसर्च शौकिया योग के कारण होने वाली चोटों से जुड़ा है. मांसपेशियों और हड्डियों से जुड़े विकार के वैकल्पिक उपचार के तौर पर योग दुनियाभर के लोगों के बीच तेजी से लोकप्रिय हो रहा है.


21 जून को प्रधानमंत्री ने 50 हजार लोगों के साथ योग किया था

ऑस्ट्रेलिया में सिडनी यूनिवर्सिटी के इवानगेलोस पापास ने कहा, ’योग मांसपेशी-हड्डी संबंधी दर्द में फायदेमंद हो सकता है जैसे कि कोई व्यायाम लेकिन उसके कारण दर्द भी पैदा हो सकता है.’

हालांकि ऑस्ट्रेलिया समेत पूरी दुनिया में 21 जून को योगदिवस मनाया गया था. लखनऊ के रमाबाई अंबेडकर मैदान में 21 जून को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 50 हजार लोगों के साथ योग किया था.

विश्व योग दिवस के मौके पर उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में योग अभ्यास का विशाल शिविर आयोजित किया गया था. इस ऐतिहासिक मौके पर योग की ताकत में विश्वास रखने वाले हजारों लोगों ने पीएम मोदी के साथ लगभग 80 मिनट तक योग आसन किया था.