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मुस्लिम लड़की से प्यार की वजह से हुई थी अंकित की हत्या, अब पिता देंगे इफ्तार पार्टी

अपने बेटे अंकित सक्सेना को खोने के बाद पिता यशपाल सक्सेना अब कर रहे हैं मुस्लिम समाज के लिए इफ्तार पार्टी का आयोजन

FP Staff

एक मुस्लिम लड़की से प्यार करने की वजह से जान गंवाने वाले अंकित सक्सेना के पिता मुस्लिम समुदाय के लिए इफ्तार का आयोजन करेंगे. अंकित के पिता यशपाल सक्सेना हिंदू-मुस्लिम के बीच भाईचारे का संदेश देने के लिए इफ्तार पार्टी देने जा रहे हैं. बताया जा रहा है कि इफ्तार पार्टी का आयोजन वहीं होगा, जहां अंकित की बेरहमी से हत्या की गई थी. अंकित के दोस्त भी इस काम में उसके पिता की मदद कर रहे हैं.

फरवरी 2018 में यशपाल सक्सेना के पैरों के नीचे से जमीन ही खिसक गई थी, जब उनके इकलौते बेटे अंकित सक्सेना की दिनदहाड़े  हत्या कर दी गई. और बाद में मालूम हुआ कि मुस्लिम धर्म की लड़की से मोहब्बत करने के कारण उनके बेटे को मार डाला गया.


3 फरवरी को 23 साल के फोटोग्राफर अंकित सक्सेना की पश्चिम दिल्ली के खाया इलाके के बाजार में पीट-पीटकर हत्या कर कर दी गई थी. अंकित सक्सेना एक मुस्लिम लड़की से प्यार करता था. लड़की के पिता ने गुस्से में आकर गला रेतकर उसकी हत्या कर दी थी. वारदात के सीसीटीवी फुटेज भी सामने आए थे.

(Photo: Facebook)

अंकित की हत्या के बाद इसे हिंदू-मुस्लिम एंगल देने की बहुत कोशिश हुई. लेकिन अंकित के पिता यशपाल सक्सेना ने आगे आकर इस मामले पर राजनीति ना करने की अपील की थी. तमाम राजनैतिक लोगों ने इसे राजनीति का मुद्दा बनाना चाहा, पर अंकित के पापा ने यह कहते हुए कि उनके बेटे की मौत को सांप्रदायिक रंग न दिया जाए, वो नहीं चाहते कि अब कोई अपना बेटा खोए. जिसके बाद इस विषय पर राजनीति करने को तैयार बैठे तमाम राजनैतिक खिलाड़ियों से उनके हाथों से पका-पकाया राजनीति का एक मुद्दा छिन गया. और उनकी समाज को हिंसा की आग में झोंकने के मंसूबो पर पानी फिर गया.

अब उसी मृतक अंकित के पिता यशपाल सक्सेना ने धार्मिक सदभाव को बढ़ावा देने के लिए मुस्लिम समाज के रोजेदारों को 3 जून को एक इफ्तर पार्टी देने की योजना बनाई है. इस इफ्तार पार्टी में मुस्लिम समाज के लोगों और उन सभी स्थानीय पुलिस कर्मचारियों को बुलाया गया है, जो इस हत्याकांड के केस की जांच में शामिल थे.

यशपाल सक्सेना कहते हैं कि उनकी यह इफ्तार पार्टी दोनों धर्मो के बीच पैदा हुई नफरत की दीवार को मिटाने की एक कोशिश है. वो नहीं चाहते कि जैसा उनके बेटे अंकित के साथ हुआ वो किसी और के बेटे के साथ हो.