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World Music Day 2018: कब, कैसे और कहां से हुई इस दिन की शुरुआत

फ्रांस के लोगों में संगीत को लेकर एक खास लगाव देखने को मिलता है. लोगों के इसी लगाव को देखते हुए 21 जून को 'वर्ल्ड म्यूजिक डे' के रूप में मनाने की घोषणा की गई

FP Staff

आज यानी 21 जून को पूरी दुनिया में 'वर्ल्ड म्यूजिक डे' मनाया जा रहा है. यह सब जानते हैं कि जब कभी इंसान अकेला होता है तो वो संगीत का सहारा लेता है. खुशी हो या गम हर चीज में इनसान संगीत ढूंढने की कोशिश करता है. संगीत और इनसान का साथ काफी गहरा है. शायद इतना गहरा कि जब इनसान को बोलना नहीं आता था तब भी खुशी या गम जाहिर करने के लिए उसके गले सो आवाज निकलती थी उसमें भी कोई न कोई धुन या लय होती थी.

समय के साथ जब इनसान ने बोलना सीखा और प्रगति करने लगा तो धीरे-धीरे संगीत के मायने भी बदल गए. तब संगीत उसके लिए महज आवाज बन कर नहीं रह गया था. बल्कि एक मधुर ध्वनि में बदल गया, जिसे सुनकर या सुनाकर वो खुद को या दूसरों को खुश कर सकता था. दूसरे शब्दों में कहें तो संगीत लोगों के खुश रहने का जरिया बन गया.


इसके बाद जब ये संगीत और थोड़ा विकसित हुआ तो इसमें शब्दों की माला पिरोकर इसमें जान भरी गई और संगीत यंत्रों के जरिए इसे और खूबसूरत बनाया गया. बताया जाता है कि संगीत यंत्रों में सबसे पहले बांसुरी अस्तित्व में आई थी. मानव का जब विकास हो रहा था तब उसने सबसे पहले हड्डी की बांसुरी बनाई थी. इसके बाद संगीत के दूसरे यंत्र बनने लगें.

सबसे पहले कहा मनाया गया था 'वर्ल्ड म्यूजिक डे' ?

'वर्ल्ड म्यूजिक डे' सबसे पहले फ्रांस में आयोजित किया गया था. फ्रांस के लोगों में संगीत को लेकर एक खास लगाव देखने को मिलता है. लोगों के इसी लगाव को देखते हुए 21 जून को 'वर्ल्ड म्यूजिक डे' के रूप में मनाने की घोषणा की गई. इसके बाद सबसे पहला संगीत दिवस 21 जून साल 1982 में मनाया गया. ये दिन फ्रांसे में 'Fete de la Musique' के नाम से जाना जाता है. इस के बाद से ही हर साल पूरी दुनिया 'वर्ल्ड म्यूजिक डे' मनाती आ रही है.

संगीत दिवस को मानाने के लिए फ्रांस में जिस संगीत समारोह का आयोजन किया गया वो फ्रांस के साथ-साथ 32 से ज्यादा देशों में भी आयोजित किया था जिसमें अलग-अलग देशों के संगीतकारों ने हिस्सा लिया और सारी रात जश्न मनाया.