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कोलकाता: महिला वर्जिनिटी पर पोस्ट लिखने वाले प्रोफेसर को यूनिवर्सिटी ने दिखाया बाहर का रास्ता

प्रोफेसर ने वूमेन वर्जिनिटी के बारे में अपनी फेसबुक प्रोफाइल पर लिखा था. इस दौरान उन्होंने कई विवादित बातें कहीं थी

FP Staff

कोलकाता के जाधवपुर यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर कनक सरकार को वूमेन वर्जिनिटी के बारे में अपनी फेसबुक प्रोफाइल पर लिखना बहुत महंगा पड़ गया.

यूनिवर्सिटी ने उन्हें तत्काल प्रभाव से मुक्त कर दिया है. इस मामले में 18 जनवरी को अगली मीटिंग होगी.


गौरतलब है कि जाधवपुर यूनिवर्सिटी के छात्रों ने प्रोफेसर कनक सरकार के बयान के खिलाफ प्रदर्शन किया था. छात्रों ने मांग की थी कि कनक सरकार के

फेसबुक पोस्ट पर कार्रवाई करते हुए उन्हें निष्कासित किया जाए.

प्रदर्शनकारी छात्रों ने कहा था, 'हम प्रोफेसर का निष्कासन चाहते हैं क्योंकि वह युवा लोगों के दिमाग को प्रभावित कर रहे हैं. हम यहां ऐसा गलत माहौल नहीं

चाहते. वह दोहरे अपराधी हैं.'

क्या है पूरा मामला

कोलकाता के जाधवपुर विश्वविद्यालय के प्रोफेसर ने वूमेन वर्जिनिटी के बारे में अपनी फेसबुक प्रोफाइल पर लिखा था. इस दौरान उन्होंने कई विवादित बातें

कहीं थीं.

प्रोफेसर कनक सरकार ने लिखा था- कुंवारी दुल्हन-क्यों नहीं? उन्होंने लिखा- क्या आप कोल्ड ड्रिंक की बोतल या बिस्कुट के पैकेट खरीदते समय टूटी सील

खरीदने को तैयार हैं? सरकार ने कहा कि लड़के ऐसे मूर्ख बने रहते हैं कि उन्हें एक पत्नी के रूप में कुंवारी लड़की होने के लाभ के बारे में पता नहीं होता है.

सरकार ने कहा था- एक लड़की जन्म से तब तक सील्ड पैदा होती है जब तक इसे खोला नहीं जाता है. एक कुंवारी लड़की का अर्थ मूल्यों, संस्कृति और यौन

स्वच्छता के साथ कई चीजें हैं. ज्यादातर लड़कों के लिए, एक कुंवारी पत्नी एक परी की तरह होती है.

कनक ने न्यूज 18 से कहा था- मैंने कुछ भी गलत नहीं कहा है. संविधान के अनुसार यह मेरी अभिव्यक्ति को प्रस्तुत करने का मेरा अधिकार है.

अभिव्यक्ति और बोलने की स्वतंत्रता है. हालांकि इस पोस्ट पर विवाद मचने के बाद कनक ने इसे हटा दिया था. इसके बाद वह अपनी फेसबुक प्रोफाइल पर

सफाई देते नजर आए थे.