सरकार ने 3 फरवरी को आयोजित होने वाले राष्ट्रीय पल्स पोलियो कार्यक्रम को रद्द कर दिया है. ऐसा इसलिए किया गया है कि क्योंकि कुछ महीने पहले पोलियो वैक्सीन में पोलियो वायरस मिलने का मामला सामने आया था.
राष्ट्रीय पल्स पोलियो कार्यक्रम को रद्द करने को लेकर राज्यों को एक चट्ठी लिखी गई है, जिसमें कहा गया है- '3 फरवरी को होने वाले इस कार्यक्रम को रद्द कर दिया गया है और जल्द ही नए कार्यक्रम की घोषणा की जाएगी'.
पोलियो वाले वैक्सीन में पी-2 वायरस पाया गया
कहा जा रहा है कि राष्ट्रीय पल्स पोलियो कार्यक्रम को रद्द करने के पीछे कई वजह हैं. कुछ महीने पहले बच्चों को पोलियो न हो, इसके लिए दी जाने वाली वैक्सीन में पी-2 वायरस पाया गया था. इसके बाद कड़े जांच मापदंडों के चलते वैक्सीन की सप्लाई में कमी आ गई. सूत्रों के मुताबिक, कीमतों में भी भारी इज़ाफा हो गया. इसके बाद सरकार ने 'गावी' का रुख किया. ये वो अंतरराष्ट्रीय संस्था है जो पोलियो से लड़ने के लिए गरीब देशों की मदद करती है.
भारत को मार्च 2014 में पोलियो मुक्त घोषित कर दिया गया था. पोलियो का आखिरी मामला 13 जनवरी 2011 में मिला था. इसके बाद लगातार तीनों तरह के पोलियो वायरस पर नज़र रखी जा रही थी. सरकार के लिए यह काफी चिंताजनक बात है, क्योंकि भारत को पोलियोमुक्त राष्ट्र घोषित किया जा चुका है.
(न्यूज़ 18 के लिए अनिरुद्ध घोषाल की रिपोर्ट)