बीते शनिवार केा रांची में अपने पिता लालू यादव से मिलने के बाद तेजप्रताप यादव ने मीडिया को बताया, 'मर जाएंगे, मिट जाएंगे लेकिन तलाक के सवाल पर पापा की बात नहीं मानेंगे.' तेजप्रताप यादव ने अपने फेसबुक पर बोल्ड शब्दों में लिखा है, 'अगर इश्क और क्रान्ति का अंजाम एक ही होता है तो रांझा बनने से बेहतर है कि मैं भगत सिंह बनूं.'
फेसबुक पर लिखी गई इस बात और पिता के बारे में दिए गए बयान से तलाक पर अड़े तेज प्रताप यादव की मंशा को आसानी से समझा जा सकता है. लालू यादव के बड़े लाल इश्क और क्रान्ति के बीच अपने को खड़ा पा रहे हैं. खुद के भीतर कृष्ण का अक्स महसूस करने वाले तेज प्रताप कहते फिर रहे हैं कि ऐश्वर्या उनकी राधा नहीं हो सकतीं. वैसे, पौराणिक सबूतों को मानें तो कृष्ण ने राधा से कभी शादी नहीं की थी.
लड़की के रिश्तेदार ऑफ दी रिकार्ड कहते हैं, 'इश्क, क्रान्ति, राधा, वृंदावन, तंत्र-मंत्र, योग-जप के लिए समर्पित व्यक्ति को शादी नहीं करनी चाहिए थी. जिस लड़के ने खुशी- खुशी एक खानदानी लड़की से 5 महीने 18 दिन पहले शादी की, साथ-साथ जीने मरने की कसमें खाईं वह अब तलाक देने पर आमादा हैं. मर्सिडीज बेन्ज तथा बीएमडब्ल्यू में घूमने वाले तेजप्रताप अविश्वसनीय आरोप लगा रहे हैं कि दबाव बनाकर शादी कराई गई. ऐश्वर्या हाई सोसाइटी की लड़की है. वह गांव का छोरा है. बिलकुल अनमैच्ड जोड़ी है.
ऐश्वर्या के परिवार से गहरा रिश्ता रखने वाली एक महिला ने बताया, ‘पिछले चार महीने से ऐश्वर्या अपने पेरेन्टस के पास रह रही थी. कुरेदने पर उसने रोते हुए मुझे बताया कि उसका पति उससे प्यार नहीं करता है. फिजूल बातों में खुद को व्यस्त रखता है. इसी कारण वह अपने माता-पिता के पास रहने चली आई’. हालांकि हम इस तथ्य की पुष्टि नहीं कर रहे हैं.
बहरहाल, अभी तक ऐश्वर्या के पक्ष से किसी भी प्रकार का अधिकृत बयान नहीं आया है. अभी तक पारिवारिक सदस्य गहरे सदमे में हैं. ऐश्वर्या राय के पिता और राजद विधायक चंद्रिका राय अपनी बेटी को राबड़ी देबी के पास उसी दिन छोड़ आए जिस दिन तलाक की जानकारी उनको मीडिया के मार्फत मिली. दिल और दिमाग से आहत पिता को उम्मीद है कि सब कुछ ठीक-ठाक हो जाएगा. तलाक एपिसोड की महत्वपूर्ण और कन्या पक्ष के लिए अच्छी बात ये है कि लालू यादव का पूरा परिवार पीड़िता ऐश्वर्या के साथ खड़ा है. सुनने में यहां तक आ रहा है कि बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने साफ शब्दों में कहा है, ‘ऐश्वर्या भाभी लालू-राबड़ी परिवार की बहू हैं और हमेशा रहेंगी’.
अपने परिवार के सदस्यों की स्टैंड की जानकारी मिलने के बाद ‘कृष्णावतार’ ने कहना शुरू कर दिया है, ‘जमाना बदल गया है. जो अपने हैं वो अपने को ठुकरा कर परायों का साथ दे रहे हैं. लेकिन सूरज पश्चिम से उगना शुरू कर देगा फिर भी मैं अपने निर्णय से पलटने वाला नहीं हूं. मैं धार्मिक प्रवृति का इंसान हूं. दुनिया में कहीं भी रह लूंगा.’
अपने तलाक के निर्णय को सही साबित करने के लिए तेजप्रताप यादव ने ये भी आरोप लगाना शुरू कर दिया है, ‘ऐश्वर्या मुझपर दबाव बना रही थी कि मैं अपनी मां, भाई और फैमिली से अलग रहूं तथा उसके पिता चन्द्रिका राय का 2019 लोकसभा चुनाव के लिए सारण से राजद का टिकट कन्फर्म करवा दूं’. जबकि दोनों परिवार के जिम्मेदार सदस्यों ने उनके इस आरोप को सिरे से नकार दिया है.
बिहार के सबसे मजबूत राजनीतिक परिवार में उपजे तलाक विवाद पर राज्य के गांव-गांव और शहर-शहर में चल रही चर्चा पर लोगबाग यही कह रहे हैं कि ‘इस कृष्ण की जरूर कोई राधा है. तभी वह एक पवित्र शादी तोड़ने के लिए इतना नखरा कर रहा है’.