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अभय देओल ने क्यों कहा जॉन को 'लेफ्ट से राइट' नहीं 'राइट से लेफ्ट' देखिए

अभय देओल ने शाहरुख खान से लेकर दीपिका पादुकोण पर भी अप्रत्यक्ष रुप से निशाना साधा

FP Staff

ग्रेटर नोएडा में नाइजीरियन छात्रों के साथ हुई मारपीट के बाद नस्लीय भेदभाव का मुद्दा काफी गरमा गया है. बीजेपी नेता तरुण विजय के बाद अब अभिनेता अभय देओल भी इस लड़ाई में कूद गए हैं.

अभय देओल ने फेसबुक पर नस्लीय भेदभाव की एक सीरीज चलाई है. जिसमें उन्होंने शाहरुख खान से लेकर सिद्धार्थ मल्होत्रा द्वारा किए जाने वाले फेयरनेस क्रीम के विज्ञापन पर आपत्ति जताई है.


अभय ने अपनी एक पोस्ट में सवाल किया है 'अगर ये विज्ञापन देश में नस्लीय भेदभाव दर्शाते हैं तो जाहिर सी बात है भारत में भी यही दिखाते हैं?' एक पोस्ट में तो अभिनेता ने तो बीजेपी नेता तरुण विजय पर भी निशाना साधा है.

'मर्दों के लिए दमदार फेयरनेस क्रीम'

अभय ने अपने फेसबुक पर शाहरुख खान की फोटो पोस्ट की. जिसमें उन्होंने लिखा 'मर्द हो के लड़कियों वाली फेयरनेस क्रीम क्यो?' हालांकि इसके आगे अभय व्यग्यातमक लहजे में लिखा 'वह स्पष्ट रूप से आपको मर्द बनाना चाहते हैं, इस वाइटर प्रक्रिया में गड़बड़ हो जाना एक साइड इफेक्ट है.'

बॉलीवुड के तमाम अभिनेताओं को अपनी वॉल पर चिपकाया. जॉन अब्राहम की तस्वीर भी अभय देओल ने तस्वीर लगाई. जिसमें उन्होंने लिखा 'हमारा देश भेदभाव में विश्वास नहीं करता' हालांकि बाद में उन्होंने जॉन अब्राहम का गार्नियर का विज्ञापन भी लगाया जिसमें जॉन गोरे होने के लिए गार्नियर की फेस क्रीम लगाने के लिए कहते हैं.

अभय ने लिखा 'मैं साबित कर दूंगा जॉन नीचे दी गई तस्वीर में भेदभाव की बात नहीं कर रहे. इसमें कार्ड में जॉन ने आपको राइट से लेफ्ट देखने के लिए नहीं कहा. आप लेफ्ट से राइट देखिए. जबकि आप ट्यूब पर पढ़ेंगे तो आप देखेंगे इस पर लिखा हुआ है 'इंटेंसिव फेयरनेस मोइस्चर' जिसका सीधा मतलब है आप इसे इस्तेमाल करेंगे तो गोरे हो जाएंगे.'

अभय यहीं नहीं रुके. शाहिद कपूर का वेस्लिन, इलियाना डीक्रूज का फेयर एंड लवली और विद्या बालन का यू-वीडा का भी विज्ञापन पोस्ट किया है. जिसमें उन्होंने मजे अप्रत्यक्ष रूप से निशाना साधा है.

दीपिका की आंखें दिल्ली के सर्दी वाले मौसम की तरह

दीपिका पादुकोण का भी विज्ञापन भी अभिनेता ने पोस्ट किया है. जिसमें दीपिका गार्नियर की क्रीम का विज्ञापन कर रही हैं. उन्होंने लिखा 'आप देखिए इसमें 2 इन वन फेयरनेस है. जबिक इसमें इनकी आंखें लाइटर हैं जो असली से कम हैं. यह ज्यादा गोरा होने के लिए नहीं हैं. यह रंगीन लेंस  की तरह है. और कौन ग्रे आंखे नहीं चाहता. यह सर्दियों में दिल्ली का रंग है. देशभक्ति क्रीम क्या है.'

सीधी सी बात है अभय ने अप्रत्यक्ष रूप से भारतीय विज्ञापनों में भेदभाव पर निशाना साधा है. नस्लीय भेदभाव पर पहले बीजेपी नेता तरुण विजय विवादित बयान दे चुके हैं. उन्होंने कहा था कि अगर हम 'काले' लोगों से भेदभाव करते तो दक्षिण भारतीयों के साथ नहीं रह रहे होते. हालांकि विवाद के बाद तरुण ने अपना बयान वापस ले लिया था.

अभय दोओल की बात कहां तक सही है और कहा तक गलत है. इसका फैसला तो आप कर सकते हैं, लेकिन बॉलीवुड उस गाने का भी साक्षी रहा है जिसमें 'काले' रंग को गौरवशाली बताया गया है. सुनिए आप भी भारतीय संगीत का वो गौरवशाली गीत.