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क्या आपको याद है कौन थे गुरमेहर के पिता?

सोशल मीडिया पर धमकियों के बीच क्या किसी को याद है, कौन थे गुरमेहर के पिता

FP Staff

गुरमेहर कौर ने रामजस कॉलेज में हुए एबीवीपी के हंगामे के खिलाफ सोशल मीडिया पर स्लोगन के साथ तस्वीरें साझा कर विरोध जताया था, जिनमें एक में लिखा था, ‘मेरे पिता को जंग ने मारा है, पाकिस्तान ने नहीं.’

उसके बाद उन्हें मिल रही इतनी सारी धमकियों और ट्रोल के बाद क्या किसी को याद रह गया है कि गुरमेहर के पिता थे कौन?’


गुरमेहर के पिता थे कौन?

गुरमेहर कौर के पिता कैप्टन मंदीप सिंह कारगिल के युद्ध में शहीद हो गए थे. 6 अगस्त 1999 को जम्मू कश्मीर के करगिल जंग के दौरान उनके भारतीय राष्ट्रीय राइफल्स के कैंप पर आंतकी हमला हुआ था. कैप्टन मंदीप सिंह वहां अपना कैंप और अपने साथियों की जान बचाने में अपनी जिंदगी खो दी. कुल सात सैनिक शहीद हुए थे, जिसमें एक वीर गुरमेहर के पिता कैप्टन मंदीप सिंह भी थे.

कैप्टेन मंदीप सिंह को 1991 में, 49 आर्मी एयर डिफेंस के तहत अधिकृत किया गया था और जिस वक्त उनकी मौत हुई, तब उनकी बटालियन राष्ट्रीय रायफल सेक्टर 7 थी, जो विक्टर फोर्स के आदेश के तहत आती थी.

कैप्टन मंदीप सिंह के कैंप पर हमला कुपवाड़ा जिले के चक नत्नुसा गांव में हुआ था. आतंकवादियों से लड़ते-लड़ते उनके जिसमें एक एनकाउंटर वक्त उनके शरीर के बाएं भाग में गहरी चोट आने की वजह से वहीं उनकी मौत हो गई.

रिटायर्ड ब्रिगेडियर अश्विनी कुमार ने जो 3 राष्ट्रीय रायफल बटालियन के कमांडर थे, कहा, ‘कैप्टन सिंह एक बेहद वफादार युवा ऑफिसर थे और वह एक कमांडिंग ऑफिसर के लिहाज से बेहद सक्रीय थे.

गुरमेहर की मां और शहीद कैप्टेन मंदीप सिंह की पत्नी, राजविंदर कौर इस तरह परिवार को स्पॉटलाइट में लाने की वजह से दुखी हैं.

एक शहीद की बेटी होते हुए भी गुरमेहर कौर ने जंग के बजाय शांति का संदेश देने की कोशिश की है.