view all

कौन हैं गोपालकृष्ण गांधी जिन पर उपराष्ट्रपति पद के लिए विपक्ष ने खेला दांव ?

विपक्षी पार्टियों के उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार गोपालकृष्ण गांधी कई देशों में भारत के राजदूत और पश्चिम बंगाल के राज्यपाल रह चुके हैं

FP Staff

विपक्षी पार्टियों के उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के रूप में गोपालकृष्ण गांधी के नाम पर सहमती बनी है. गोपालकृष्ण गांधी राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के पोते हैं. साथ ही वह भारत के आखिरी गवर्नर जनरल चक्रवर्ती राजगोपालाचारी के भी पोते हैं.

दो महान नेताओं के पोते होने के बावजूद उनकी अपनी अलग पहचान है. अपनी काबिलियत के बल पर उन्होंने कई बड़े मुकाम हासिल किए हैं.

गोपालकृष्ण गांधी का जन्म 22 अप्रैल 1945 को मद्रास प्रेसीडेंसी के कृष्णागिरी जिले में हुआ था. उन्होंने सेंट स्टीफेंस कॉलेज से अंग्रेजी में ग्रेजुएशन किया. इसके बाद आईएएस अफसर के रूप में उन्होंने मद्रास (तमिलनाडु) में कार्य किया. वह राष्ट्रपति के सचिव भी रह चुके हैं.

इसके अलावा उन्होंने दक्षिण अफ्रीका, नॉर्वे, श्रीलंका, आइसलैंड देशों में भारत के राजदूत के रूप में अपनी सेवाएं दीं. 2003 में वह प्रशासनिक सेवा से रिटायर हो गए.

अकादमिक क्षेत्र में गहरी रुचि है गांधी को

अकादमिक क्षेत्र में उनकी गहरी रुचि है. वह कला और संस्कृति की अकादमी 'कलाक्षेत्र फाउंडेशन' के चेयरमैन रहे हैं. वह इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ एडवांस्ड स्टडीज की गवर्निंग बॉडी के भी चेयरमैन रहे हैं. गांधी फिलहाल अशोक विश्वविद्यालय में इतिहास और राजनीति के प्रोफेसर हैं.

उनकी पत्नी का नाम तारा गांधी है और उनकी दो बेटियां हैं. उन्हें एक मृदुभाषी, सुशिक्षित और भरोसेमंद व्यक्ति के रूप में जाना जाता है.

2004 में उन्हें पश्चिम बंगाल का बाइसवां राज्यपाल बनाया गया. उन्हें कुछ महीनों के लिए बिहार के राज्यपाल का अतिरिक्त प्रभार भी दिया गया था.